श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भले चल रही है, लेकिन इस अनुच्छेद के खत्म होने के बाद आतंकवाद से प्रभावित कश्मीर घाटी में बड़ा बदलाव आया है। साल 2019 से कश्मीर घाटी में पथराव की घटनाएं बिल्कुल नहीं हुई हैं। पिछले दिनों मोहर्रम के मौके पर 30 साल से ज्यादा समय बाद श्रीनगर में जुलूस निकला था। अब 33 साल बाद श्रीनगर के वजीरबाग इलाके में एक बार फिर डीएवी स्कूल खुल गया है। श्रीनगर का ये डीएवी स्कूल आतंकवाद का दौर शुरू होने के साथ ही 1990 में बंद हो गया था। सोमवार को फिर स्कूल खुल गया।
श्रीनगर का ये डीएवी स्कूल जब बंद हुआ, तो एक शख्स ने इसकी बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया था और वहां एक निजी स्कूल शुरू किया था। आर्य समाज ट्रस्ट ने लंबी कानूनी जंग के बाद बिल्डिंग पर फिर कब्जा हासिल किया और फिर डीएवी स्कूल शुरू हो गया। डीएवी स्कूल शुरू होने के साथ ही यहां अब 35 के करीब छात्र हैं। हिंदी अखबार दैनिक जागरण को स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चों से अभी कोई फीस नहीं ली जा रही है। बच्चों को यहां आधुनिक शिक्षा के सात ही खेल और अन्य गतिविधियों की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रिंसिपल के मुताबिक ज्यादातर छात्र गरीब परिवारों के हैं और उनको स्कूल लाने के लिए परिवारों को काफी मनाना पड़ा।
श्रीनगर के इस डीएवी स्कूल को 1910 में स्थापित किया गया था। इसका नाम देवकी आर्या पुत्री पाठशाला गर्ल्स हायर सेंकेंडरी स्कूल है। इस स्कूल में 1953 से संगीत की शिक्षा भी दी जाती रही है। आतंकवाद का दौर शुरू होने के बाद संगीत स्कूल भी बंद करना पड़ा था। इस साल जुलाई से फिर यहां छात्राओं को संगीत की शिक्षा दी जा रही है।