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Watch Video: प्राण प्रतिष्ठा के बाद PM मोदी ने राम मंदिर के निर्माण में लगे श्रमवीरों को किया सम्मानित, की पुष्पवर्षा

Ayodhya Ram Mandir: हालांकि ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने श्रमिकों को खास तरह से सम्मान दिया हो। फिर चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकापर्ण हो या दिल्ली के भारत मंडपम का उद्घाटन। पीएम मोदी ने हमेशा श्रमिकों को सम्मान दिया है।

नई दिल्ली। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने श्रीराम मंदिर निर्माण में अपना योगदान देने वाले श्रमिकों का खास सम्मान किया है। उन्होंने श्रमजीवियों पर पुष्पवर्षा कर सम्मानित किया है। इसका वीडियो भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि राम मंदिर निर्माण कार्य में लगे श्रमिक सीट पर बैठे हुए है। पीएम मोदी के हाथ में टोकरी है और वो सभी पर फूलों की बारिश कर रहे हैं। बता दें कि 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हुआ है। राम मंदिर के निर्माण में इन सभी श्रमिकों की कड़ी मेहनत के बाद गर्भग्रह का निर्माण हुआ है।

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने श्रमिकों को खास तरह से सम्मान दिया हो। फिर चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकापर्ण हो या दिल्ली के भारत मंडपम का उद्घाटन। पीएम मोदी ने हमेशा श्रमिकों को सम्मान दिया है। इसी कड़ी में आज उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर के निर्माण में लगे श्रमिकों को सम्मानित किया। बता दें कि जिन श्रमजीवियों पर प्रधानमंत्री मोदी ने फूल की बारिश की है। ये सभी श्रमिक अलग-अलग कंपनियों से जुड़े हुए हैं।

बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के संपन्न के दौरान पीएम मोदी के साथ, सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, RSS प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहे है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, ये मंदिर, मात्र एक देव मंदिर नहीं है। ये भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का, भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है। ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है। राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन है। राम भारत की प्रतिष्ठा है, राम भारत का प्रताप है, राम प्रभाव है, राम नेति भी है, राम नीति भी है।