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Ramcharitmanas: बिहार के शिक्षा मंत्री के बाद अब आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने रामचरितमानस पर दिया विवादित बयान, बोले- इसमें कूड़ा-कचरा भी है

तुलसीदास की लिखी रामचरितमानस के बारे में आरजेडी के नेताओं के बिगड़े बोल का सिलसिला जारी है। पहले बिहार के शिक्षा मंत्री और आरजेडी के नेता चंद्रशेखर प्रसाद ने रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया था। अब उनकी ही पार्टी के बड़े नेता शिवानंद तिवारी के बोल भी इस धार्मिक ग्रंथ के प्रति बिगड़े हैं।

पटना। तुलसीदास की लिखी रामचरितमानस के बारे में आरजेडी के नेताओं के बिगड़े बोल का सिलसिला जारी है। पहले बिहार के शिक्षा मंत्री और आरजेडी के नेता चंद्रशेखर प्रसाद ने रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया था। अब उनकी ही पार्टी के बड़े नेता शिवानंद तिवारी के बोल भी इस धार्मिक ग्रंथ के प्रति बिगड़े हैं। शिवानंद तिवारी ने रामायण में कूड़ा-कचरा होने की बात कही है। मीडिया ने शिवानंद तिवारी से चंद्रशेखर प्रसाद के बयान के बारे में पूछा था। इस पर शिवानंद तिवारी ने रामचरितमानस के बारे में विवादित बात कह दी। आपको बताते हैं कि रामचरितमानस पर शिवानंद तिवारी के बोल किस तरह बिगड़े।

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आरजेडी के नेता शिवानंद तिवारी (फाइल फोटो)

शिवानंद तिवारी ने महात्मा गांधी का नाम लेते हुए कहा कि वो कहते थे कि मौत के वक्त मेरी जुबान पर राम का नाम न हो, तो सब बेकार है। शिवानंद ने इसके आगे कहा कि रामचरितमानस में हीरा-मोती तो है, लेकिन साथ ही कूड़ा-कचरा भी है। उन्होंने ये भी कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर प्रसाद के बयान से वो सहमत हैं। शिवानंद ने चंद्रशेखर के बचाव में कहा कि शिक्षा मंत्री ने तो ये भी कहा कि कूड़ा-कचरा बढ़ाने के चक्कर में हम हीरा और मोती को नहीं बढ़ाते। शिवानंद तिवारी जब ये बयान दे रहे थे, तो उनके साथ आरजेडी के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी थे। सुनिए शिवानंद तिवारी ने रामचरितमानस के बारे में क्या कहा।

बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर प्रसाद ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस घृणा फैलाता है। बिहार के शिक्षा मंत्री के इस बयान से सियासत गरमा गई थी। बीजेपी ने उनको सरकार से हटाने की मांग नीतीश कुमार से की थी। वहीं, नीतीश की पार्टी जेडीयू के तमाम नेता भी चंद्रशेखर प्रसाद के बयान को गलत बताते दिख रहे थे। खास बात ये है कि चंद्रशेखर और शिवानंद ने रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया है, लेकिन उनपर आरजेडी कोई कार्रवाई करती नहीं दिख रही है।