
नई दिल्ली। आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ईडी एक्शन मोड में आ चुकी है। बीते दिनों जहां सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को फेमा मामले में समन भेजा गया था, तो वहीं पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के आवास पर छापेमारी हुई थी। यह छापेमारी सीकर और जयपुर स्थित आवास में हुई थी। डोटासरा ने इस छापेमारी को सियासी दुर्भावना से प्रेरित बताया था। उन्होंने कहा था कि चुनाव नजदीक आ गए हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी इस तरह के कदम उठा रही है।
Enforcement Directorate summons Rajasthan Congress Chief Govind Singh Dotasara’s son in paper leak case. Govind Singh Dotasra was raided by ED last week: Sources pic.twitter.com/965ajuwmBC
— ANI (@ANI) November 2, 2023
वहीं, अब खबर है कि ईडी ने गोविंद सिंह डोटासरा के दोनों बेटों अविनाश और अभिलाश डोटासरा को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। दोनों से 8 नवंबर को दिल्ली में पूछताछ होगी। उधर, ईडी के समन पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार सीएम अशोक गहलोत को दबाव में लाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि हमारी पार्टी दबने वाली नहीं है। हम हर प्रकार की परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।
किस मामले में भेजा गया समन
बता दें कि बीते दिनों ईडी ने जयपुर में संचालित हो रही एक कोचिंग में वित्तीय अनियमितता को लेकर छापेमारी की थी। यह कोचिंग कांग्रेस के एक बड़े नेता की है। ईडी ने कोचिंग संचालिका का फोन भी जब्त कर लिया था, जिससे बाद में कई अहम जानकारियां जुटाई गईं। इसके बाद अब ईडी ने गोविंद सिंह डोटासरा के दोनों बेटों को समन भेजा है। फिलहाल, दोनों से पूछताछ होगी। वहीं, डोटासरा के दोनों बेटों ने ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया है और स्पष्ट कर दिया है कि हम हर प्रकार के जांच का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे। वहीं, अभी तक बीजेपी की ओर से इस पूरे मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
राजस्थान का सियासी मिजाज
सनद रहे कि राजस्थान में आगामी 29 नवंबर को चुनाव होने हैं। सभी दलों की ओर से सारी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं। उधर, नतीजों की घोषणा आगामी 3 दिसंबर को होगी। ऐसे में सूबे में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है। यह देखना दिलचस्प रहेगा।