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Punjab Roadways Bus Fare Increased: पंजाब में बढ़ा रोडवेज बसों का किराया, जानिए अब हर किलोमीटर के सफर के लिए कितना ज्यादा देना होगा पैसा; पहले पेट्रोल और डीजल पर बढ़ा था वैट

Punjab Roadways Bus Fare Increased: पंजाब के परिवहन निगम के मुताबिक रोडवेज बसों का किराया बढ़ाने से सरकार की आय में 150 करोड़ रुपए का इजाफा होगा। इससे पहले 5 सितंबर को सीएम भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने का फैसला हुआ था।

चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने सरकारी बसों का किराया बढ़ाने का फैसला किया है। पंजाब में सरकारी बसों से सफर करने वालों को अब हर किलोमीटर के लिए किराए में 23 पैसे से 46 पैसे तक ज्यादा देने होंगे। पंजाब में बसों का बढ़ा हुआ किराया 8 सितंबर से लागू होगा। पंजाब में अब साधारण एसी बस का किराया 1.74 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से लिया जाएगा। साधारण बस का प्रति किलोमीटर किराया बढ़कर 1.45 रुपए होगा। पंजाब सरकार ने इंटीग्रल कोच वाली बस के लिए प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाकर 2.61 रुपए करने का फैसला किया है। वहीं, सुपर इंटीग्रल कोच का किराया अब प्रति किलोमीटर 2.44 रुपए होगा।

पंजाब के परिवहन निगम के मुताबिक रोडवेज बसों का किराया बढ़ाने से सरकार की आय में 150 करोड़ रुपए का इजाफा होगा। इससे पहले 5 सितंबर को सीएम भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने का फैसला हुआ था। पंजाब में पेट्रोल पर 61 पैसे और डीजल पर 92 पैसे प्रति लीटर वैट में बढ़ोतरी की गई थी। भगवंत मान सरकार में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा था कि पेट्रोल पर वैट बढ़ाने से सरकार के खजाने में 150 करोड़ रुपए और डीजल की बिक्री से 395 करोड़ रुपए आएंगे।

Petrol-Diesel Price

माना जा रहा है कि डीजल पर वैट बढ़ाने के कारण ही पंजाब परिवहन निगम ने अब बसों का किराया बढ़ाने का फैसला किया है। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने जब पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाया था, तो पेट्रोल पंप मालिकों ने आशंका जताई थी कि अब लोग पड़ोसी राज्यों में जाकर ईंधन भरवा लेंगे। इसकी वजह ये है कि पंजाब से सस्ता पेट्रोल और डीजल पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में है। बसों का किराया बढ़ाने से पंजाब में राजनीति के भी गर्माने के आसार हैं। पंजाब में भगवंत मान की सरकार सभी को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देती है, लेकिन उसने पहले की कांग्रेस सरकार की तरफ से हर यूनिट पर 3 रुपए की कमी का फैसला वापस ले लिया था।