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Amritsar Blast: क्या पंजाब में फिर आतंक का दौर लाना चाहते हैं खालिस्तानी? मोहाली के रॉकेट हमले के बाद अमृतसर में धमाकों से उठ रहा सवाल

पंजाब में 1980 के दशक में खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाला और उसके साथियों ने काफी कहर बरपाया था। बाद में डीजीपी बनकर आए केपीएस गिल ने पंजाब में आतंकवाद को पूरी तरह कुचल दिया था। इसके बाद पंजाब पूरी तरह शांत था। पिछले कुछ महीनों से यहां एक बार फिर इस तरह की घटनाएं शुरू हुई हैं।

अमृतसर। पंजाब में एक बार फिर हालात गंभीरता की तरफ इशारा कर रहे हैं। मोहाली में खुफिया पुलिस के मुख्यालय पर रॉकेट हमले के बाद अमृतपाल सिंह ने खालिस्तान का राग गाया था। रॉकेट हमले के आरोपी धरे गए और अमृतपाल को भी पंजाब पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। अब पंजाब के धार्मिक शहर अमृतसर में 32 घंटे के भीतर दो धमाकों से लोग सशंकित हैं। खास बात ये है कि इन धमाकों के बारे में पुलिस ने अब तक कुछ नहीं कहा है। सिर्फ जांच चल रही है। अमृतसर में जिस जगह दोनों धमाके हुए, उसे हेरिटेज स्ट्रीट का नाम दिया गया है। इसी रास्ते से होकर श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब जाते हैं।

amritsar blast
अमृतसर में धमाके की जगह पुलिस ने की जांच-पड़ताल।

अगर दोनों धमाकों की बात करें, तो शनिवार को अमृतसर में रात करीब 12 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर धमाका हुआ था। इसमें सारागढ़ी पार्किंग की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। टूटे शीशे लगने से 6 श्रद्धालु घायल भी हुए थे। डीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल ने तब कहा था कि घटनास्थल से 3-4 संदिग्ध टुकड़े मिले हैं। जिनकी जांच कराई जा रही है। खास बात ये है कि पुलिस पहले शनिवार को हुए धमाके को एक रेस्तरां की चिमनी में धमाका मान रही थी। बाद में पुलिस ने कहा कि चिमनी नहीं, किसी और चीज से धमाका हुआ।

mohali rocket attack
मोहाली के खुफिया पुलिस मुख्यालय पर पहले इस रॉकेट से हमला हुआ था।

अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर हुए दोनों धमाके साजिश का हिस्सा ही लग रहे हैं। खासकर पिछले कुछ समय से जिस तरह खालिस्तानी तत्वों ने पंजाब में फिर पाकिस्तान की शह पर अपना पुराना राग अलापना शुरू किया है, उससे ये शक और गहराता है। मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर रॉकेट से हमला कर खालिस्तानी तत्वों ने पहले ही अपने खतरनाक मंसूबे जाहिर कर दिए थे। पंजाब में 1980 के दशक में खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाला और उसके साथियों ने काफी कहर बरपाया था। बाद में डीजीपी बनकर आए केपीएस गिल ने पंजाब में आतंकवाद को पूरी तरह कुचल दिया था।