
नई दिल्ली। हाल ही में बीजेपी नेता नूपुर शर्मा ने टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। उनके इस बयान के बाद से ही बवाल शुरू हो गया था। नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दी गई विवादित टिप्पणी के बाद बीते शुक्रवार को कानपुर में जुलूस निकाला गया था। इस दौरान सांप्रदायिक हिंसा भी भड़की। मामले पर बवाल बढ़ता देख भारतीय जनता पार्टी ने नूपुर शर्मा को आगामी 6 वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। जहां एक ओर अभी नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान पर बवाल ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब BJP सांसद तेजस्वी सूर्या ने ऐसा बयान दे दिया है जिस पर बवाल मचना तय है।
बता दें, ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यहां भारत में मुगलों के आक्रमण को इतिहास का सबसे रक्तरंजित पाठ भी बताया। तेजस्वी सूर्या ने मुगलों के आक्रमण की तुलना हिटलर के यहूदियों पर किए अत्याचार से की। हालांकि अपने इस बयान के लिए तेजस्वी ने अमेरिकी इतिहासकार विल ड्यूरेंट की किताब का हवाला दिया। ऑस्ट्रेलिया इंडिया यूथ डायलॉग (AIYD) के कार्यक्रम के दौरान पैरामाटा में इशारों-इशारों में तेजस्वी सूर्या ने कहा कि इस्लाम का इतिहास रक्तपात और हिंसा से भरपूर है।
अपने बयान में तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘हम इस विशेष समुदाय के इतिहास को इसके अस्तित्व के समय से जानते हैं और इसका इतिहास रक्तपात और हिंसा से भरा हुआ है।’ रक्तपात और हिंसा को इस्लाम का इतिहास बताने के अलावा तेजस्वी सूर्या ने हलाल भोजन पर प्रतिबंध लगाने की पहल का समर्थन किया। तेजस्वी सूर्या ने कहा कि हिंदू समुदाय को उन पार्टियों को अपना वोट देना चाहिए जो कि खास तरह से हिंदुओं की रक्षा करती हैं। इसके अलावा तेजस्वी सूर्या ने कहा कि दुनिया भर में यहूदियों पर अत्याचार की फिल्में और म्यूजियम हैं लेकिन कभी भी हिंदुओं पर टीपू सुल्तान, मोहम्मद गौरी, अलाउद्दीन खिलजी के अत्याचार की बात भी नहीं की जाती है।
Here @Tejasvi_Surya expresses support for banning Halal food, and the false notion Hindus are being forcibly converted to Islam.
He says the Hindu majority must vote only for political parties that “exclusively protect Hindus.” pic.twitter.com/Pc75swRqk7
— CJ Werleman (@cjwerleman) June 1, 2022
कार्यक्रम हो चुका है रद्द
तेजस्वी सूर्या ने इस्लाम को लेकर ये सारी टिप्पणी एक निजी कार्यक्रम में की। ये कार्यक्रम पैरामाटा के स्वाइनबर्न प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ECA कॉलेज में होना था लेकिन तेजस्वी सूर्या के कार्यक्रम से पहले ही स्वाइनबर्न इस्लामिक सोसायटी ने इसका (कार्यक्रम) का विरोध करना शुरू कर दिया था। इस्लामिक सोसायटी की तरफ से विश्वविद्यालय को इसमें हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा था। बाद में विश्वविद्यालय ने 31 मई को होने वाले इस कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला लिया। अब आखिर में देखना ये होगा कि नूपुर शर्मा के बाद तेजस्वी सूर्या का ये बयान क्या कुछ बवाल लाता है और पार्टी का इसे लेकर क्या रुख रहता है।