
ऊना। हिमाचल प्रदेश में लगातार अवैध मस्जिदें बनाने के मसले पर हंगामा बरप रहा है। शिमला की संजौली मस्जिद और मंडी की मस्जिद के बाद अब ऊना के लोग एक मस्जिद के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। ऊना की बसोली पंचायत के तहत पीरनिगाह में ये मस्जिद है। लोगों ने इस मस्जिद के अवैध तरीके से बनने का आरोप लगाते हुए काम रुकवा दिया है। ऊना के लोगों का आरोप है कि जिस जमीन पर मस्जिद बन रही है, वो सराय बनाने के लिए दी गई थी। हिंदू संगठनों ने ऊना के डीएम जतिन लाल को ज्ञापन देकर मस्जिद गिराने की मांग की है। डीएम ने मामले की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
ऊना के पीरनिगाह में बन रही मस्जिद के खिलाफ हिंदू संगठनों ने जमकर विरोध जताया। उन्होंने डीएम के दफ्तर के बाहर नारेबाजी की। लोगों ने 7 दिन में मस्जिद का ढांचा गिराने का अल्टीमेटम दिया है। हिंदू संगठनों के साथ बसोली गांव के लोगों ने कहा है कि अगर प्रशासन ने ये कदम नहीं उठाया, तो वे खुद मस्जिद का ढांचा गिराएंगे। बसोली के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में एक भी मुसलमान नहीं है। फिर वहां मस्जिद क्यों बनाई जा रही है? हिंदू एकता मंच ने कहा है कि प्रदेश में तमाम मुस्लिम रहते हैं। उनके लिए मस्जिद वगैरा हैं। जिनका कभी विरोध नहीं हुआ। अब कुछ वक्त से अन्य राज्यों से बड़ी तादाद में मुसलमान आकर रहने और कामकाज करने लगे हैं। कई जगह अवैध तरीके से मस्जिद बनाई जा रही है।
हिंदू एकता मंच ने साफ किया है कि अवैध मस्जिद को किसी तरह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिस जमीन पर मस्जिद बन रही है, उसके बारे में हिंदू संगठनों का दावा है कि बसोली के प्रधान रहे श्याम सिंह ने सराय बनाने के लिए जमीन खरीदी थी। एक व्यक्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी दी और उसने इसका दुरुपयोग कर 2021 से मस्जिद बनवाना शुरू कर दिया। पहले लोगों ने समझा कि सराय बन रही है, लेकिन जब भवन के ऊपर गुंबद बनने लगे, तब पता चला कि मस्जिद बन रही है। इसके बाद उन्होंने आंदोलन करने का एलान किया और अब 7 दिन में मस्जिद गिराने का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया है।