
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत के बाद अब मेयर के चुनाव को लेकर कवायद जारी है। पहली और दूसरी मीटिंग में बवाल के बीच मीटिंग को स्थगित कर दिया गया अब फिर मीटिंग में मेयर का चुनाव होना है। वहीं दिल्ली में मेयर चुनाव का मामला अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुका है। जानकारी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी की मेयर उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने इस संबंध में एक याचिका देश की सबसे बड़ी अदालत में लगई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि शैली ओबेरॉय ने देश की सबसे बड़ी अदालत में अपनी याचिका के जरिए यह मांग उठाई है कि समयबद्ध तरीके से दिल्ली में मेयर का चुनाव कराया जाए। ऐसी भी जानकारी सामने आ रही है कि कल यानी शुक्रवार को अदालत इस याचिका पर सुनवाई कर सकती है।
आपको बता दें कि दिल्ली में मेयर का चुनाव दो बार टल चुका है। आम आदमी पार्टी मेयर का चुनाव नहीं हो पाने के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताती है तो वही भारतीय जनता पार्टी आरोप लगाती है कि आप मेयर चुनाव से भाग रही है। दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीती थीं। जबकि भाजपा ने 104 वार्डों में जीत हासिल की थी। इस तरह आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम में 15 सालों से काबिज भाजपा को बाहर कर दिया था। मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से शैली ओबेरॉय तथा भाजपा की तरफ से रेखा गुप्ता मैदान में हैं। यह भी बता दें कि मेयर चुनाव में दिल्ली के 250 पार्षद, 7 लोकसभा तथा 3 राज्यसभा सांसद और विधानसभा द्वारा मनोनीत 14 विधायक वोट करेंगे।
गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए 6 जनवरी को चुनाव होने की उम्मीद हुई थी। एमसीडी सदन की पहली बैठक में जमकर हंगामा हो गया था। भाजपा पार्षद और आप के पार्षदों के बीच हंगामे और शोरगुल की वजह से महापौर और उपमहापौर का चुनाव नहीं हो सका था। इस बैठक में कुर्सियां भी चली थीं। इसके बाद एमसीडी सदन की दूसरी बैठक 24 जनवरी को बुलाई गई थी। माना जा रहा था कि पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद मेयर और डिप्टी मेयर तथा स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के लिए चुनाव संपन्न हो जाएगा। लेकिन एक बार फिर सदन के अंदर हंगामे की स्थिति बन गई। पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने पहले एलजी द्वारा मनोनीत किये गये पार्षदों को शपथ दिलाई तो आम आदमी पार्टी के पार्षद लगातार वहां अपना विरोध जताते रहे। शोर-शराबे के बीच कई पार्षदों ने शपथ ली लेकिन मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव इस दिन भी नहीं कराया जा सका।