पटना। बीते दिनों बिहार के नालंदा, बिहारशरीफ, सासाराम में जो रामनवमी के जुलुस निकाले जाने के दौरान हिंसा भड़की, उसकी आग अब तक ठंडी नहीं हुई है। सियासत ने भी इस आग में लगातार घी डालने का काम किया। यही वजह है कि अबतक छुटपुट घटनाओं की खबर दोनों पक्षों से आ रही हैं। बिहार में सांप्रदायिक तनाव के बाद जो गिरफ्तारियां की गई उनको लेकर अब AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए हैं। बिहार में हुई हिंसा के लिए और गिरफ्तारी में पक्षपात करने को लेकर ओवैसी ने बिहार की सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। ओवैसी ने कहा है कि हिंसा के लिए क्या सिर्फ मुलसमानों के लड़के ही जिम्मेदार थे, हिंसा में और भी लोग जब शामिल थे फिर सिर्फ मुस्लिमों को ही गिरफ्तार क्यों किया जा रहा है।
इसके साथ ही ओवैसी ने कहा, सेक्युलर सीएम और डिप्टी सीएम को तो फेंसी ड्रेस पहनने से फुरसत ही नहीं मिल रही फिर वो कैसे देखेंगे कि कुछ भी गलत हो रहा है। गौर करने वाली बात ये है कि बिहार में रामनवमी के दिन हुई हिंसा और आगजनी में कई लोग घायल हुए थे, इसके चलते सामाजिक सौहार्द को बीते कुछ दिनों में राज्य के भीतर गहरी चोट पहुंची है। बिहार पुलिस पर शुरुआत में सख्ती नहीं करने के आरोप लगे।
लेकिन इसके बाद उपद्रवियों पर कार्रवाई में करीब 140 से अधिक लोगों गिरतार किया गया है। इसके बारे में बात करते हुए बिहार पुलिस के अपर महानिदेशक जेएस गंगवार ने मीडिया से कहा, रामनवमी के दिन नालंदा जिले के भीतर बिहार शरीफ में हुए सांप्रदायिक दंगों और हिंसा में करीब 5 और लोगों को 9 मार्च को गिरफ्तार किया गया है। इनमे पांचों आरोपियों को बिहार पुलिस की आर्थिक आपराधिक शाखा की कार्रवाई में अरेस्ट किया गया है।