नई दिल्ली। चलिए, लिए चलते हैं आपको महाराष्ट्र और मिलवाते हैं राज ठाकरे से, वही ठाकरे जो महाराष्ट्र नवनिर्माण पार्टी के प्रमुख हैं और पिछले कुछ दिनों से न जाने कितने ही मुख्तलिफ मसलों को लेकर सुर्खियों के सैलाब में सराबोर हैं। कभी मंदिर तो कभी मस्जिद तो कभी पूजा तो कभी नमाज को लेकर अपनी तकरीरों की दरिया बहाएं ही जा रहे हैं। खैर, हम आपको उनसे संदर्भित इन मुद्दों के बारे में अपनी पुराने प्रतिवेदनों में बता ही चुके हैं, लेकिन आज इस रिपोर्ट में हम आपको राज ठाकरे के उस बयान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस को अलर्ट मोड पर आना पड़ गया। आखिर क्या था वो बयान, जिसने कर दिया महाराष्ट्र पुलिस को एक्टिव होने पर मजबूर। आइए , आपको बताते हैं सब कुछ विस्तार से।
दरअसल, बीते दिनों मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि आखिर अफजल खान की कब्र क्या कर रही है। फौरन महाराष्ट्र सरकार इसे ध्वस्त करने का काम करे, अन्यथा हमारी पार्टी के कार्यकर्ता इसे ध्वस्त कर देंगे। उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज की हत्या करने के मकसद से यहां आया था, लेकिन हमारे महाराज ने उसे मौत के घाट उतार दिया था और अब उनकी औलादों उसकी कब्र बना ली। आखिर उनकी हिम्मत कैसे हुई, उसकी कब्र बनाने की। अब तो इसकी मस्जिद बनाई जा रही है। इनकी औलादें यहां माथा टेकने आ रही है। सवाल है कि आखिर इन्हें फंडिंग कौन कर रहा है। लिहाजा मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि अतिशीघ्र उपरोक्त कब्र को ध्वस्त किया जाए, अन्यथा मैं इसे ध्वस्त कर दूंगा। बता दें कि राज ठाकरे के उपरोक्त बयान के बाद अफजल खान की कब्र की सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। वहां भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। हर प्रकार की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि कोई अप्रिय स्थिति पैदा न हो जाए। बता दें कि इससे पहले मनसे प्रवक्ता गजानन काले ने औरंगजेब की कब्र को लेकर कहा था कि आखिर उस मुगल आंक्राता की कब्र हमारे यहां क्या कर रही है। इसकी कब्र को ध्वस्त कर देना चाहिए, लेकिन महाराष्ट्र सरकार की कोशिश है कि इन सभी बयानों के परिणामस्वरूप प्रदेश की सियासी स्थिति संवेदनशील न हो जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र नवनिर्माण पार्टी के प्रमुख राज ठाकरे एकाएक मस्जिदों से होने वाले अजान पर दिए बयान को लेकर चर्चा में आ गए थे, जिसमें उन्होंने अजान का विरोध करते हुए लाउडस्पीकर हटाए जाने की मांग की थी और नहीं हटाए जाने पर मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने की बात कही थी। बरहाल, अभी-भी इस मसले को लेकर बहस का सिलसिला जारी है। इन सभी मसलों को लेकर प्रदेश में अभी राजनीति का सिलसिला जारी है। बहरहाल,स अब ये सभी मसले आगे चलकर क्या कुछ रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम