
चित्तौड़गढ़। कांग्रेस शासित राजस्थान में दलितों और महिलाओं पर लगातार अत्याचार के मामले सामने आते हैं। ताजा मामला चित्तौड़गढ़ के दुगार गांव का है। दुगार गांव बेगूं इलाके में है। यहां एक बुजुर्ग पर आपोप लगाया गया कि उसने भगवान देवनारायण की कथा के दौरान अपशब्द कह दिए। पारसोली थाने की पुलिस के मुताबिक 16 सितंबर को इस मामले में बुजुर्ग दलित को सिर पर जूता रखकर माफी मंगवाई गई। पुलिस ने इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद दलित समाज की शिकायत पर 20 आरोपियों पर केस दर्ज किया है। पीड़ित बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि भगवान देवनारायण की कथा का मंचन हो रहा था। तभी जुबान फिसलने से साडू माता के बारे में उसने कुछ गलत टिप्पणी कर दी।
पीड़ित बुजुर्ग दलित की उम्र 70 साल है। वो अपने साथी के साथ भगवान देवनारायण की कथा सुनाते हैं। पीड़ित के मुताबिक खुटिया गांव में कथा के मंचन के दौरान उसकी जुबान फिसली थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आया, तो गुर्जर समाज के लोग नाराज हुए और उसे धमकाने लगे। फिर 16 सितंबर को दुगार गांव में गुर्जर समाज और ग्रामीणों की बैठक हुई। जहां पीड़ित और उसके साथी को तलब किया गया। बुजुर्ग दलित के साथी को इस पंचायत ने 1100 रुपए जुर्माना देने को कहा। वहीं, पीड़ित के सिर पर कुछ लोगों ने जूता रख दिया और फिर उससे माफी मंगवाई। सिर पर जूता रखे हुए बुजुर्ग से कई बार इस तरह माफी मंगवाई गई।
पीड़ित दलित बुजुर्ग और उसका साथी काफी साल से गांव-गांव घूमकर भगवान देवनारायण की कथा सुनाते हैं। दलित बुजुर्ग का काम कथा के दौरान ढोलक बजाने का है। इस मामले में बुजुर्ग का कहना है कि सिर पर जूता रखकर माफी मंगवाने के बाद भी उसे लगातार धमकी दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।