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Punjab: राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे और G-20 की बैठक से पहले पंजाब में सक्रिय हुए खालिस्तानी, अमृतसर यूनिवर्सिटी के बाहर टांगे बैनर

Punjab: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बीते दिनों दिल्ली आकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। शाह से मुलाकात के बाद भगवंत मान ने कहा था कि पंजाब की हालत बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, केंद्र सरकार की तरफ से जी-20 की बैठक के दौरान सुरक्षा के लिए 15 कंपनी केंद्रीय फोर्स भी पंजाब में भेजी गई है।

अमृतसर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) आज पंजाब के एक दिन के दौरे पर हैं। वो धार्मिक शहर अमृतसर भी जा रही हैं। वहां श्री हरमंदिर साहिब में राष्ट्रपति मत्था टेकेंगी। इसके अलावा कुछ दिन बाद पंजाब में जी-20 की बैठक भी अमृतसर में ही होने वाली है। इन दो बड़े ईवेंट से पहले अमृतसर में खालिस्तान समर्थक तत्व ज्यादा सक्रिय होते दिख रहे हैं। खालिस्तानी तत्वों के बैनर गुरुवार को अमृतसर यूनिवर्सिटी के बाहर टंगे मिले। इससे पहले भी खालिस्तानी तत्वों ने मुक्तसर और अन्य जगह सरकारी दफ्तरों पर अपने बैनर लगाए थे और नारे लिखे थे। पंजाब के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा भवन के बाहर भी खालिस्तानी बैनर और नारे लिखे मिले थे।

खालिस्तानी तत्व किसान आंदोलन के दौरान पंजाब में ज्यादा सक्रिय हुए थे। भगवंत मान की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद से खालिस्तान के समर्थक और ज्यादा तेजी दिखाते नजर आ रहे हैं। बीते दिनों खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने अपने एक सहयोगी लवप्रीत सिंह को जेल से रिहा कराने के लिए अपने समर्थकों के साथ अजनाला थाने पर कब्जा भी कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने कहा कि लवप्रीत के खिलाफ सबूत नहीं हैं। फिर कोर्ट के आदेश पर अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत को रिहा कर दिया गया था। अब अमृतसर यूनिवर्सिटी के बाहर खालिस्तान के समर्थन में पोस्टर लगने से साफ है कि पुलिस इस मामले में सख्ती बरत नहीं पा रही है।

amritpal singh

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बीते दिनों दिल्ली आकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। शाह से मुलाकात के बाद भगवंत मान ने कहा था कि पंजाब की हालत बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, केंद्र सरकार की तरफ से जी-20 की बैठक के दौरान सुरक्षा के लिए 15 कंपनी केंद्रीय फोर्स भी पंजाब में भेजी गई है।

खास बात ये है कि ये केंद्रीय बल पंजाब के प्रशासन और वहां की सरकार की मर्जी से ही काम कर सकेंगे। ऐसे में अगर पंजाब सरकार ने अभी से खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ सख्ती नहीं दिखाई, तो इससे आने वाले दिनों में हालात फिर 90 के दशक की तरह बिगड़ सकते हैं। हालांकि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में साफ कहा था कि केंद्र की नजर है और पंजाब में हालात बिगाड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।