
सूरत। गुजरात विधानसभा चुनाव हैं। 1 और 5 दिसंबर को 182 सीटों के लिए वोटिंग होनी है। इस बार चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन AIMIM के उम्मीदवार भी मैदान में उतर रहे हैं। इनके पक्ष में एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी रविवार को सूरत में जनसभा करने पहुंचे, लेकिन वहां उनका एक दूसरी हकीकत से सामना हो गया। ओवैसी की इस जनसभा में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। युवाओं के एक बड़े गुट ने ओवैसी को काले झंडे और कपड़े लहराकर दिखाए। यहां तक कि इन युवाओं ने ओवैसी की जनसभा में मोदी-मोदी के नारे भी लगाए।
असदुद्दीन ओवैसी की ये जनसभा सूरत के रुदरपुरा इलाके में थी। मंच सजा था। ओवैसी जब बोलने को उठे, तो विरोध शुरू हो गया। पीछे खड़े युवाओं के गुट ने काले कपड़े और झंडे लहराने शुरू कर दिए। वे लगातार मोदी-मोदी के नारे भी लगा रहे थे। ओवैसी हालांकि इस नारेबाजी और काले झंडे लहराने की वजह से नहीं रुके। वो भाषण देते रहे। ऐसा पहली बार हुआ है कि असदुद्दीन ओवैसी की किसी जनसभा में काले झंडे लहराए गए हैं। ओवैसी ने विरोध करने वालों को भी कुछ नहीं कहा। उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में बात रखी। लोगों को बताया कि एआईएमआईएम के उम्मीदवार चुनाव जीतने पर किन मुद्दों को सुलझाने के लिए काम करेंगे।
गुजरात: सूरत में चुनावी सभा कर रहे असदुद्दीन ओवैसी को दिखाए गए काले झंडे, वीडियो वायरल pic.twitter.com/P2HsJJtb5T
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) November 14, 2022
दरअसल, ओवैसी हिंदू-मुस्लिम वाली राजनीति करते हैं। वो लगातार मुसलमानों की दिक्कतों को बताते हैं। बीजेपी पर लगातार हमले करते हैं। ओवैसी पिछले दिनों ये भी कह चुके हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के दौरान मुसलमानों को सियासी हाशिये से बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा मुसलमानों पर अत्याचार के तमाम आरोप भी ओवैसी लगाते रहते हैं। माना जा रहा है कि सूरत में उनकी इसी हिंदू-मुस्लिम सियासत के खिलाफ युवाओं ने विरोध जताया।