नई दिल्ली। दो राज्यों की तीन लोकसभा सीटों पर आज उप चुनाव हो रहे हैं। यूपी की आजमगढ़ और रामपुर दोनों ही लोकसभा सीटों पर उपचुनाव है। आजमगढ़ से अखिलेश यादव तो वहीं, रामपुर से आजम खान ने फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनावों में जीत का विजय पताका लहराया था। इस जीत के बाद उन्होंने लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट से सांसद रहे भगवंत मान भी पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करके मुख्यमंत्री बने हैं। उनके लोकसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद अब इन्हीं सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दो राज्यों की तीन लोकसभा सीटों पर जारी उप चुनाव के बीच अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव चर्चा में आ गए हैं।
दरअसल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वाराणसी के वरुणा नदी की एक तस्वीर शेयर की थी जिसके सहारे वो भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर होना चाहती थी लेकिन सपा प्रमुख अपने ही बिछाए जाल में फस गए। जी हां, मुलायम सिंह के लाल वरुणा नदी की जिस तस्वीर को शेयर कर भाजपा को घेरने की कोशिश करना चाहते थे वो उनके लिए ही मुसीबत बन गई है। बीजेपी के अलावा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भी सपा प्रमुख के झूठे दावों की पोल खोल दी।
क्या है उस तस्वीर में…
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखने वाली समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधने के लिए वाराणसी के वरुणा नदी की एक तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की थी। इस तस्वीर में पूरी नदी पर जलकुंभी दिखाई दे रही थी। अखिलेश यादव ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा था, ‘वाराणसी में वरुणा नदी की दुर्दशा’। फिर क्या अखिलेश यादव के इस तस्वीर को शेयर करते ही जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया।
वाराणसी में वरुणा नदी की यह दुर्दशा… pic.twitter.com/k2TbY5its2
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2022
ऐसे खुली अखिलेश यादव के झूठ की पोल
हालांकि अखिलेश यादव के इस झूठ की पोल कुछ समय में ही खुल गई। अखिलेश यादव के इस पोस्ट के खिलाफ वाराणसी के जिला अधिकारी ने दो तस्वीर मीडिया को भेज कर सच को सामने ला दिया। जिला अधिकारी द्वारा उसी जगह की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की गई लेकिन फर्क बस इतना था कि तस्वीर में कही भी जलकुंभी नहीं दिखाई दी।
अखिलेश बाबू आंखों पर चश्मा चढ़वाइये
वर्ष 2015 में जब यूपी में सपा सरकार थी,तब 19 जून को अभिषेक त्रिपाठी जी ने ये पिक्चर फेसबुक पर पोस्ट की थी,दूसरी फोटो आज दोपहर 1 बजे उसी एंगल से खींची गई है जो आपके झूठ का पर्दाफाश कर रही है।
नज़रें आज़मगढ़ पर लगाइये,जहाँ साईकिल ओझल हो रही है https://t.co/7Ho4V0mO8n pic.twitter.com/6cBvO9vwiK
— Rakesh Tripathi (@rakeshbjpup) June 22, 2022
अब झूठी तस्वीर शेयर करने के मामले को लेकर सपा प्रमुख भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने तो सपा प्रमुख को आंखों पर चश्मा चढ़ाने की बात कहकर उन्हें आजमगढ़ पर नजर लगाने की नसीहत दे डाली है।
लोग ऐसे कर रहे हैं ट्विटर पर अखिलेश यादव की फजीहत
This is 2015 picture. This is fake propaganda. @UPPViralCheck @Cyberdost https://t.co/dkKjUhn8uV
— Arun ?? (@arunpudur) June 22, 2022
गजब का झूठ बोलते हैँ आप। या किसी ने फिरकी ले ली आपकी या तो आप जनता को फुद्दू समझते हैँ। ये फोटो 19 जनवरी 2015 की हैँ ज़ब आप की सरकार को 3 साल होने वाले थे। pic.twitter.com/3f6I8YbxnU
— anshu pandey ग़ाज़ीपुर (@abjishek) June 22, 2022
अखिलेश यादव जी की राजनीति खत्म हो चुकी है, क्या देश इन्हे एक मंदबुद्धि पत्रकार के रूप में स्वीकार करेगा?
— Hina Pahadi (@Hina05870302) June 22, 2022
— ?? Yuvraj Singh Shekhawat ®️ (@YShekhawt) June 23, 2022