newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

West Bengal: ममता बनर्जी के बंगाल में एक और बीजेपी समर्थक की गई जान, कोलकाता पुलिस पर पीटकर हत्या का आरोप

ममता बनर्जी शासित पश्चिम बंगाल में एक बार फिर एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या किए जाने का आरोप लग रहा है। इस बार आरोप कोलकाता पुलिस पर है। आरोप है कि कोलकाता के गोल्फ ग्रीन थाने के दो जवान दीपांकर साहा नाम के युवक को 31 जुलाई को घर से उठाकर ले गए।

कोलकाता। ममता बनर्जी शासित पश्चिम बंगाल में एक बार फिर एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या किए जाने का आरोप लग रहा है। इस बार आरोप कोलकाता पुलिस पर है। आरोप है कि कोलकाता के गोल्फ ग्रीन थाने की पुलिस के दो जवान दीपांकर साहा नाम के युवक को 31 जुलाई को घर से उठाकर ले गए। चार दिन थाने पर रखा गया। फिर उसे छोड़ दिया गया। दीपांकर की मां ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की पुलिस ने जमकर पिटाई की। जिसकी वजह से 4 अगस्त को अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। बीजेपी के नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस मामले में कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर (साउथ) और खुद पुलिस कमिश्नर पर दीपांकर की हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिए जाने की बात कही जा रही है।

fir against kolkata police for murder

दीपांकर के भाई राजीव साहा ने पिछली बार कोलकाता म्युनिसिपल काउंसिल का चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा था। उनकी मां आरती साहा ने दीपांकर की हत्या का आरोप लगाते हुए गोल्फ ग्रीन थाने के प्रभारी और बेटे को घर से उठाकर ले जाने वाले दोनों पुलिसकर्मियों समेत अज्ञात पुलिसवालों पर हत्या का केस दर्ज करने की तहरीर थाने पर दी है। आरती का आरोप है कि दीपांकर को किस आरोप में थाने ले जाया गया, इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। इस मामले में बीजेपी के रुख से साफ लग रहा है कि वो दीपांकर की हत्या के मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है। दीपांकर के घरवालों से मुलाकात के बाद शुभेंदु अधिकारी का किया ट्वीट इसी के संकेत दे रहा है।

शुभेंदु ने कोलकाता पुलिस के उच्चाधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाने के साथ ही अपने ट्वीटर हैंडल पर दीपांकर के भाई राजीव का वीडियो भी अपलोड किया है। इसके अलावा दीपांकर के शव की फोटो भी लगाई है। इस फोटो में दीपांकर के शरीर पर चोट जैसे निशान दिख भी रहे हैं। उन्होंने कोर्ट की निगरानी में इस घटना की सीबीआई जांच की मांग भी की है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के शासन के दौरान और बीते साल हुए विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के खिलाफ जमकर हिंसा हुई। तमाम लोगों की हत्या के अलावा महिलाओं से रेप की घटनाएं भी हुई हैं। इनकी सीबीआई जांच के आदेश कलकत्ता हाईकोर्ट करा रहा है।