नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में कोरोनावायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति नहीं है लेकिन सावधान रहने की जरूरत है। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राज्य में 27 कोरोना मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, ऐसे में इनमें से ज्यादातर को कम्युनिटी ट्रांसमिशन कहा जा सकता है। उन्होंने कुछ विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि स्थिति भयावह हो सकती है और इसको लेकर तैयारी करनी होगी। मुख्यमंत्री के मुताबिक, पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत में सितंबर के मध्य में कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर होगा और देश की 58 फीसदी आबादी इसकी चपेट में होगी।
विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि भारत को कई देशों से हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के अनुरोध मिले हैं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में 1 करोड़ हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट की जरूरत है जबकि हमारे पास 3.28 करोड़ टैबलेट हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, कोरोना वायरस के कारण देश में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर शुक्रवार को 199 हो गई और संक्रमित लोगों की संख्या 6,412 पर पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब भी 5,709 लोग संक्रमित हैं, 503 लोग स्वस्थ हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई तथा एक व्यक्ति देश छोड़कर चला गया।
No community transmission in the country yet, no need to panic; But remain aware and alert: Ministry of Health on COVID19 https://t.co/r2z5FBMSEM
— ANI (@ANI) April 10, 2020
आगे कैप्टन अमरिंदर सिंह के दावे का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति नहीं है लेकिन हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
Health Ministry denies Punjab CM’s claim of community transmission in State
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— ANI Digital (@ani_digital) April 10, 2020
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी डी. रवि ने कहा कि विदेशों से अबतक 20 हजार से ज्यादा भारतीय निकाले गए हैं। यह चलने वाली प्रक्रिया है। हम इस काम में उत्कृष्ट सहयोग हासिल कर रहे हैं।
इस मामले पर पीजीआई चंडीगढ़ की तरफ से भी बयान आ गया है
यह स्पष्ट किया जा रहा है कि PGI, चंडीगढ़ को इस बात की जानकारी नहीं है कि डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के किसी भी विशेषज्ञ/संकाय सदस्य ने कोई भी अध्ययन किया है कि #COVID19 सितंबर के मध्य तक चरम पर हो सकता है और देश की 58% आबादी इससे संक्रमित हो सकती है।
It’s clarified that PGI, Chandigarh isn’t aware that any expert/faculty member from Dept of Community Medicine&School of Public Health of the Institute carried out any study that COVID19 may peak by mid September & can infect 58% of country’s population: PRO, PGIMER, #Chandigarh
— ANI (@ANI) April 10, 2020