रिपोर्ट में हुआ खुलासा: भारत में ग्राहकों को चूना लगा रहा Amazon, खुल गयी पोल!

रॉयटर्स के मुताबिक, जिन भारतीय उत्पादों का नकल किया गया उसमें भारत के लोकप्रिय शर्ट ब्रांड, जॉन मिलर शामिल है। रॉयटर्स के दस्तावेज में कहा गया है कि अमेजॉन ने जॉन मिलर शर्ट को गर्दन की परिधि और आस्तीन की लंबाई तक “माप का पालन” करने का फैसला किया।

अविनाश तिवारी Written by: October 14, 2021 3:12 pm
amezon india

नई दिल्ली। ई-कामर्स कंपनी अमेजन पर बड़ा आरोप लगा है। आरोप है कि अमेजन के कुछ बड़े अधिकारी और कर्मचारी भारतीय सामानों की नक़ल कर उसे बड़े फायदे में बेचते हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेजन ने दूसरी कंपनियों के प्रोडक्ट्स की कॉपी करने के लिए अमेजन इंडिया की वेबसाइट से गुप्त रूप से आंतरिक डेटा का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, कंपनी पर आरोप लगा है कि कंपनी ने अमेजन के सर्च रिजल्ट में हेरफेर कर अपने ब्रैंड्स की बिक्री को बढ़ावा दिया और बाकी प्रोडक्ट्स को सर्च इंजिन से हटाने की कोशिश की। अमेजन पर आरोप है कि उसने हेरफेर करने के लिए एक अभियान भी चलाया था ताकि वो अच्छा कमाई कर सकें।

अमेजन कर रहा है प्रोडक्ट की कॉपी 

आपको बताते चलें कि रॉयटर्स द्वारा की गयी जांच-पड़ताल में हजारों आंतरिक अमेजन दस्तावेज जैसे ईमेल, रणनीति पत्र और व्यावसायिक योजनाओं को देखने पर पता चलता है कि कंपनी ने भारत में अपनी उत्पाद लाइनों को बढ़ावा देने के लिए नॉकऑफ बनाने और सर्च इंजन में हेरफेर करने का एक अभियान चलाया। इस जांच पड़ताल के बाद आरोप लगा है कि कर्मचारियों ने अमेजन के खोज परिणामों यानी सर्च इंजिन में हेराफेरी करके अमेजन के निजी-ब्रांड के उत्पादों की बिक्री को भी रोकने की कोशिश की ताकि कंपनी के अपने उत्पाद अधिक दिखाई दें।

रॉयटर्स के मुताबिक, जिन भारतीय उत्पादों का नकल किया गया उसमें भारत के लोकप्रिय शर्ट ब्रांड, जॉन मिलर शामिल है। रॉयटर्स के दस्तावेज में कहा गया है कि अमेजन ने जॉन मिलर शर्ट को गर्दन की परिधि और आस्तीन की लंबाई तक “माप का पालन” करने का फैसला किया। आंतरिक दस्तावेज यह भी दिखाते हैं कि Amazon के कर्मचारियों ने Amazon.in पर अन्य ब्रांडों के बारे में मालिकाना डेटा का अध्ययन किया, जिसमें ग्राहक रिटर्न के बारे में विस्तृत जानकारी शामिल है।

अमेज़न कैसे कमा रहा है फायदा!

आसान भाषा में समझें तो इस जांच में ये पाया गया कि अमेजन अपने वेबसाइट पर बेचने वाले व्यापारियों या कारोबारियों के प्रोडक्ट्स के डाटा का विश्लेषण करता है, फिर उनके प्रोडक्ट की नक़ल करके अपना एक नया प्रोडक्ट बनाता है, और उसे अपनी वेबसाइट के सर्च इंजिन में टॉप पर कर देता है। ऐसे में जब आप अमेजन पर जाकर संबंधित प्रोडक्ट को सर्च करते हैं तो आपको असली प्रोडक्ट की कॉपी सबसे टॉप पर दिखाता है और असली प्रोडक्ट को सर्च इंजिन में नीचे यानीकि ग्राहकों की पहुँच से दूर कर देता है।

इससे उन कारोबारियों को नुकसान पहुँचता है जो कड़ी मेहनत से प्रोडक्ट बनाते हैं और अमेजन के जरिये उसे बेच रहे होते हैं. हालाँकि अमेजन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि चूंकि रॉयटर्स ने हमारे साथ दस्तावेजों को साझा नहीं किया है, इसलिए हम पुष्टि करने में असमर्थ हैं। हमारा मानना ​​है कि ये दावे तथ्यात्मक रूप से गलत और निराधार हैं।