
नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया विभाग की निदेशक गुलसी गबार्ड के बीच आज दिल्ली में बैठक हुई। तुलसी गबार्ड से मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिका में खालिस्तान समर्थक आतंकियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को खालिस्तानी समर्थक संगठन एसजेएफ पर कार्रवाई करनी चाहिए। सिख फॉर जस्टिस (एसजेएफ) चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका और कनाडा में रहते हुए भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। भारत ने पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है।
पन्नू के तार कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों से भी जुड़े हुए हैं। इतना ही नहीं पन्नू ने तो कनाडा के पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ अपने संबंधों की बात कही थी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक राजनाथ सिंह और तुलसी गबार्ड के बीच भारत और अमेरिकी सैन्य अभ्यास, रणनीतिक सहयोग, रक्षा क्षेत्र से जुड़ी आपूर्ति संबंधी कई अन्य मुद्दों पर भी बातचीच हुई और मिलकर काम करने को लेकर सहमति बनी। राजनाथ सिंह और तुलसी गबार्ड के बीच बहुत ही सकारात्मक माहौल में बातचीत हुई। मीटिंग की शुरुआत में दोनों नेताओं ने बहुत ही गर्मजोशी भरे अंदाज में एक दूसरे से हाथ मिलाया।
राजनाथ और गबार्ड काफी देर तक हाथ मिलाते हुए एक दूसरे से बातचीत करते रहे। तुलसी गबार्ड से मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में इस बैठक के संबंध में जानकारी दी। रक्षामंत्री ने लिखा, अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मिलकर खुशी हुई। हमने रक्षा और सूचना साझाकरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करना है। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही तुलसी गबार्ड ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी मीटिंग की थी। गबार्ड ने दिल्ली में आयोजित वैश्विक खुफिया विशेषज्ञों के सम्मेलन में हिस्सा लिया था।