
नई दिल्ली। डायरेक्टर लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) के मां काली का शेयर किए गए पोस्टर को लेकर देशभर में इस वक्त बवाल छिड़ा हुआ है। इस पोस्टर को देख लोग गुस्से में हैं और लगातार डायरेक्टर लीना मणिमेकलई की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर जमकर बवाल देखने को मिल रहा है। डायरेक्टर लीना मणिमेकलई के इस पोस्टर में छिड़े बवाल के बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर का समर्थन करते हुए कहा था कि, ”काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस प्रेमी और शराब स्वीकार करने वाली देवी है। लोगों की अलग अलग राय होती है, मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है।”
पोस्टर को लेकर दिए गए इस बयान पर महुआ मोइत्रा लोगों के निशाने पर आ गई हैं। पार्टी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया था। पार्टी ने मां काली पर मोइत्रा के बयान को उनकी निजी राय बताया था। मां काली को मांस प्रेमी और शराब स्वीकार करने वाली देवी बताने पर महुआ मोइत्रा के खिलाफ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में FIR दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा खबर ये भी है कि कोलकाता के बाउ बाजार थाने में भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
अब इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी की नेता महुआ मोइत्रा को नाम लिए बगैर नसीहत दी है। ममता बनर्जी ने कहा कि ‘भावनाओं को नहीं समझा जाता है। बंगाल सीएम ने कहा कि हम जो भी करते हैं इसमें राजनीति खोज लेते हैं। अच्छी बात को पीछे छोड़कर सिर्फ निगेटिव बात को ही आगे रखा जाता है।’ ममता बनर्जी ने कहा कि ‘आप जब एक बच्चे के लिए कुछ बनाते है तो बच्चा बन के सोचना होगा। छात्र क्या सोचते है, ये सोचनी होगा। हर जगह का एक महत्व है। कुछ लोग तो चिल्लाने का काम ही करते है’।
इसके आगे ममता बनर्जी ने कहा, ‘पहले की कविता देखिए उसमें नबी से लेकर धर्म तक सब कुछ है। क्या आप ये भूल गए है कि हमारे ही छात्र हार्वड और कैम्ब्रिज चला रहे है, सिर्फ़ पढ़ने नहीं जाते हैं। अभी मैं ये बोल रही हूँ तो इसमें भी राजनीति देखेंगे।’ बता दें, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब जब काली पोस्टर पर महुआ मोइत्रा के बयान से उनकी पार्टी विरोधियों के निशाने पर हैं। अब देखना ये होगा कि मामले में आगे और क्या कुछ देखने को मिलता है।