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अग्निपथ स्कीम को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच अब गृह मंत्री अमित शाह ने कर दिया बड़ा ऐलान

दरअसल, अमित शाह ने कहा कि, चार वर्ष बतौर अग्निवीर काम करने के बाद युवाओं को अर्धसैनिक बलों में प्राथमिकता दी जाएगी। युवाओं को केंद्रीय बल और असम राइफल्स में तरजीह दी जाएगी। साथ ही इस फैसले से केंद्रीय बलों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसफ, आइटीबीपी, एसएसबी और असम राइफल्स में करीब मौजूदा 73,000 रिक्त पदों को भरने में सहायता मिलेगी।

नई दिल्ली। मौजूदा वक्त में अग्निपथ योजना का विरोध  करने के लिए युवा सड़कों पर आ चुके हैं और सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। आक्रोशित युवाओं का कहना है कि सेना में चार वर्ष काम करने के उपरांत उनके पास क्या अवसर होंगे। चार वर्ष काम करने के बाद उनके पास रोजगार के रूप में क्या साधन होंगे। लिहाजा इन सभी कारणों को देखते हुए युवा इस योजना का विरोध करने के लिए सड़कों पर आ चुके हैं। लेकिन, अब ऐसे सभी युवाओं को गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी खुशखबरी दी है। आइए,  आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।

amit shah

दरअसल, अमित शाह ने कहा कि, चार वर्ष बतौर अग्निवीर काम करने के बाद युवाओं को अर्धसैनिक बलों में प्राथमिकता दी जाएगी। युवाओं को केंद्रीय बल और असम राइफल्स में तरजीह दी जाएगी। साथ ही इस फैसले से केंद्रीय बलों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसफ, आइटीबीपी, एसएसबी और असम राइफल्स में करीब मौजूदा 73,000 रिक्त पदों को भरने में सहायता मिलेगी। अमित शाह ने कहा कि ऐसे युवाओं को इसलिए तरजीह दी जाएगी, क्योंकि उन चार वर्ष के दौरान वे बहुत सारे सैन्य संबंधि गतिविधियों से अवगत हो चुके होंगे।

आपको बता दें कि वर्तमान में असम राइफल्स में कुल 73,219 पद रिक्त है, जिसमें गज़ेटेड अधिकारियों के 1969, सबॉर्डिनेट अधिकारियों के 23,129 और अन्य रैंक के 48,121 पद रिक्त पड़े हैं। ध्यान रहे कि वर्तमान में अग्निपथ योजना का विरोध करने के लिए युवा सड़कों पर आ  चुके हैं। विरोध प्रदर्शन के नाम पर जिस तरह सरकारी संपत्तियों को क्षति पहुंचाई जा रही है, उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि इस विरोध प्रदर्शन में असामाजिक तत्वों के लोग  शामिल हो चुके हैं। बहरहाल,  अब हिंसाहग्रस्त राज्यों की पुलिस  ऐसे सभी  असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर चुकी है।