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Amit Shah Paid Tribute To Chhatrapati Shivaji Maharaj : अमित शाह ने छत्रपति शिवाजी महाराज को अर्पित की श्रद्धांजलि, सुनाए उनकी वीरता के किस्से

Amit Shah Paid Tribute To Chhatrapati Shivaji Maharaj : गृहमंत्री बोले, मैंने दुनिया के कई नायकों के जीवन चरित्र पढ़े मगर ऐसी दृढ़ इच्छाशक्ति, अदम्य साहस, अकल्पनीय रणनीति और उसे पूरा करने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक अपराजित सेना का निर्माण करना सिर्फ छत्रपति के सिवा किसी ने नहीं किया।

नई दिल्ली। छत्रपति शिवाजी महाराज की 345वीं पुण्यतिथि पर आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में स्थिति उनकी समाधि पर  जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। गृहमंत्री ने इस दौरान जगदीश्वर मंदिर में भी दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने वहां पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता के किस्से सुनाए। छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मृति दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, बाल शिवा के जन्म से लेकर छत्रपति की अंतिम सांस तक का इतिहास इस पवित्र भूमि में है। अंग्रेजों ने सोच समझकर इस किले को तोड़ने का काम किया क्योंकि यह सदियों तक स्वराज का प्रतीक रहा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जब छत्रपति शिवाजी महाराज का जब जन्म हुआ, तब पूरा देश अंधकार में था। उस समय किसी के मन में भी ‘स्वराज’ का आना मुश्किल था। देवगिरि के पतन के बाद अगले 100 वर्षों में पूरा दक्षिण तक पतन हो गया। तब 12 साल के बच्चे ने जीजाबाई की प्रेरणा से प्रतिज्ञा करता है कि सिंधु से लेकर कन्याकुमारी तक मैं भगवा फहराने का काम करूंगा। शाह बोले, मैंने दुनिया के कई नायकों के जीवन चरित्र पढ़े मगर ऐसी दृढ़ इच्छाशक्ति, अदम्य साहस, अकल्पनीय रणनीति और उसे पूरा करने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक अपराजित सेना का निर्माण करना सिर्फ छत्रपति के सिवा किसी ने नहीं किया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं, न तो भाग्य छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ था, न ही अतीत उनके साथ था, न तो उनके पास धन था और न ही सेना थी इसके बावजूद एक बच्चा अपने अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प के साथ पूरे देश को स्वराज का मंत्र देकर गया। देखते ही देखते उन्होंने 200 साल से चल रही मुगलशाही को चकनाचूर कर देश को आजाद करा दिया। आज देश की आजादी के 75 साल बाद हम दुनिया के सामने सिर ऊंचा करके खड़े हैं। हम संकल्प करते हैं कि जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो हमारा भारत दुनिया में नंबर 1 होगा।