नई दिल्ली। तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु के दौरे पर हैं। इस दौरे पर शनिवार को अमित शाह ने AIADMK के नेताओं के साथ बैठक की। जिसके बाद घोषणा की गई कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और AIADMK एक साथ चुनाव लड़ेंगे। बैठक में सूबे के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री और अमित शाह शामिल रहे। इससे पहले पलानीस्वामी ने भाजपा को समर्थन देने को लेकर कहा कि AIADMK बीजेपी को समर्थन देता रहेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ मिलकर 2021 का चुनाव जीतेंगे। तमिलनाडु हमेशा पीएम मोदी का समर्थन करेगा। वहीं अमित शाह ने कांग्रेस और डीएमके पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि, ”आप लोगों ने अपने दस साल के कार्यकाल में राज्य को क्या दिया ? मैं विनम्रता के साथ यह कह सकता हूं कि हम राज्य को जो कुछ भी दे रहे हैं यह राज्य का अधिकार था जिससे सूबे के लोग लंबे समय से वंचित थे।”
तमिलनाडु के दौरे पर गए अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा कि, ”पूरी दुनिया कोरोना के प्रकोप से जूझ रहा है। पूरे देश ने नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इस महामारी का डटकर सामना किया है। आंकड़ों को देखें तो भारत अन्य विकसित देशों से भी अच्छे से कोरोना का मुकाबला कर पाया है।”
शाह ने कहा , महान MGR और लोकनेत्री जयललिता जी के नेतृत्व में जिस तरह से तमिलनाडु ने विकास किया था, मुझे भरोसा है कि पलानीस्वामी जी के नेतृत्व में तमिलनाडु इसी रास्ते पर आगे बढ़कर देश का सबसे अच्छा राज्य बन सकता है. उन्होंने कहा कि, ”भारत के इतिहास में तमिल संस्कृति सबसे पुरानी संस्कृतियों में से एक है, जिसने हमेशा विश्वभर में भारत को यश दिलाया है। सांस्कृतिक क्षेत्र, विज्ञान, कला, शिल्प शास्त्र या स्वतंत्रता का आंदोलन हो, तमिल संस्कृति के योगदान को कभी कोई भुला नहीं सकता।”
उन्होंने कहा कि, तमिलनाडु के 45 लाख किसानों को 4,400 करोड़ रुपये सीधे उनके बैंक खाते में भेजे गए। ग्रामीण सहकारी बैंक और आरआरबी के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये किसानों को अलग से दिया गया है।
शाह ने अपने संबोधन में कहा कि, मैं तमिलनाडु की जनता को बताना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी जी की सरकार, एनडीए सरकार चट्टान की तरह तमिलनाडु के साथ खड़ी है और तमिलनाडु के विकास के लिए संकल्पित है।