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Bihar Politics: NDA मीटिंग से पहले अमित शाह की चिराग पासवान से मुलाकात, तेज हुई सियासी हलचल

Bihar Politics: पशुपति पारस के मूड से साफ हो रहा है कि वो इस सीट से किसी भी प्रकार का समझौता करने के मूड में नहीं हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों हाजीपुर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में कहा था कि यहीं से चुनाव लड़ेंगे।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व सियासी हलचल तेज हो चुकी है। सत्तापक्ष से लेकर विपक्षी खेमों तक में बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में आज बेंगलुरु में विपक्षियों की बैठक आहुत की गई, जिसमें सभी विपक्षी दलों के नेता शामिल होने के लिए पहुंचे। वहीं, आगामी 18 जुलाई को दिल्ली के अशोका होटल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एनडीए की बैठक आहुत की गई है, जिसमें एनडीए को सभी घटक दलों को शामिल होने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से निमंत्रण पत्र भेजा जा चुका है। बता दें कि इस बैठक में जेपी नड्डा की ओर से लोजपा(आर)प्रमुख दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को भी बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया है। हालांकि, पहले यह माना जा रहा था कि वो बैठक में शामिल नहीं होंगे, लेकिन बाद में खबर आई कि नड्डा ने उन्हें मना लिया। इसके बाद चिराग अमित शाह से मिलने पहुंचे।

वहीं, आज उनकी फिर से अमित शाह से मुलाकात हुई है। हालांकि, इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच किन मुद्दों पर चर्चा हुई है। इस बारे में अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन दावा किया जा रहा है कि इस बार आगामी लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट से पार्टी उन्हें टिकट दे सकती है। बता दें कि इसी सीट से चिराग के चाचा पशुपति पारस सांसद हैं और वो लगातार इसी सीट से अपनी चनावी ताल ठोक रहे हैं। हाजीपुर सीट लोजपा का परंपरागत सीटों में से एक है। ऐसे में यह सीट लोजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय है, लेकिन आपको बता दें कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा दो फाड़ हो गई थी, जिसमें एक गुट की कमान रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को सौंपी गई थी, तो वहीं दूसरी तरफ दूसरे गुट की कमान चाचा पशुपति पारस को सौंपी गई थी।

उधऱ, पशुपति पारस के मूड से साफ हो रहा है कि वो इस सीट से किसी भी प्रकार का समझौता करने के मूड में नहीं हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों हाजीपुर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में कहा था कि वो यहीं से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इस सीट से टिकट पाने के लिए चिराग पासवान एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं, लेकिन अब उनकी यह कोशिश कितनी सफल हो पाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।