newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Maharashtra: उद्धव ठाकरे को एक और तगड़ा झटका, सीएम शिंदे की फिर से हुई बल्ले-बल्ले, जानिए पूरा माजरा

Maharashtra: सीएम की कुर्सी पर विराजमान होने के बाद शिंदे गुट ने खुद को असली शिवसेना बताना शुरू कर है, जिस पर उद्धव ठाकरे गुट की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई थी। बता दें कि शिंदे गुट ने खुद को बालासाहेब ठाकरे का अनुयायी बताते हुए शिंदे गुट असली शिवसेना करार दिया था।

नई दिल्ली। कल तक महाराष्ट्र की राजनीति में शिरोमणि माने जाने वाले उद्धव ठाकरे की दुर्गति दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। पहले तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। हालांकि, मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए उन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। बागी विधायकों से गुहार लगाई कि आप महाराष्ट्र आइए। कोई समस्या है, तो हमसे बात करिए, लेकिन अफसोस उद्धव ठाकरे को अपने राजनीति के मूल सिद्धांतों से समझौता करने की भारी कीमत मुख्यमंत्री पद से हाथ धोकर चुकानी पड़ी। सीएम शिंदे ने जिस तरह उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक था, उसने उद्धव को एक ऐसा झटका दिया है कि जिससे वे अब तक उबर नहीं पाए हैं, लेकिन अफसोस अभी-भी उनकी स्थिति दुरूस्त होती हुई नजर आ नहीं आ रही है। जी हां…अब आपको बता दें कि सीएम पद से हाथ धोने के बाद उद्धव ठाकरे को कथित रूप से शिवसेना से भी हाथ धोना पड़ गया है, क्योंकि विधानसभा अध्य़क्ष ने ठाकरे गुट के शिवसेना को असली शिवसेना नहीं, बल्कि शिंदे गुट को असली शिवसेना करार दिया है, जो कि उद्धव ठाकरे के लिए किसी सदमे से कम नहीं है, क्योंकि पहले उन्हें सीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी थी और अब उन्हें शिवसेना को भी बॉय बॉय बोलना पड़ गया है।

Congress Shivsena NCP

गौरतलब है कि सीएम की कुर्सी पर विराजमान होने के बाद शिंदे गुट ने खुद को असली शिवसेना बताना शुरू कर दिया है, जिस पर उद्धव ठाकरे गुट की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई थी। बता दें कि शिंदे गुट ने खुद को बालासाहेब ठाकरे का अनुयायी बताते हुए असली शिवसेना करार दिया था, जिसे लेकर बीते दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान देखने को मिला था और उद्धव ठाकरे ने शिंदे के विरोध में कोर्ट जाने का भी ऐलान किया था, लेकिन अब जिस तरह से विधानसभा अध्य़क्ष ने शिंदे गुट को असली शिवसेना की मान्यता दी है, उसे जानकर उद्धव ठाकरे खासे निराश होंगे। बहरहाल, अब आगामी दिनों में महाराष्ट्र में स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

uddhav

बता दें कि विगत दिनों महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जिस तरह शिवसेना ने हिंदुत्व की विचारधारा को तिलांजलि देते हुए कांग्रेस और राकांपा संग मिलकर सरकार बनाई थी, उसे लेकर कथित रूप से शिवसेना में उद्धव का विरोध शुरू हो गया था, लेकिन उन्होंने इन विरोधों को नजरअंदाज करते हुए अपने सिद्धांतों को तिलांजलि देते हुए सत्ता को ज्यादा तरजीह दी, लेकिन जब शिवसैनिकों में असंतोष की भावना अपने चरम पर पहुंच गई, तब उद्धव के खिलाफ शिंदे का रौद्र रूप देखने को मिला, जिसका नतीजा यह हुआ कि महाविकास अघाड़ी सरकार चलता हो गई और महाराष्ट्र में शिंदे और बीजेपी की सरकार का गठन हुआ। बीते दिनों शिंदे कैबिनेट का भी विस्तार हुआ है। बता दें कि शिंदे कैबिनेट का विस्तार नहीं होने पर विरोधी दल शिंदे को आड़े हाथों ले रहे थे। बहरहाल, अब इन सबके बीच आगामी दिनों में महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति क्या कुछ रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया क तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम