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Bihar: बिहार के सियासी हलचल में NDA को एक और झटका? LJP के कुछ सांसद दे सकते हैं जदयू का साथ

Bihar: ध्यान रहे कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोक जन शक्ति पार्टी दो फाड़ में बंट चुकी है। एक एलजेपी आर है, जिसके सर्वेसर्वा चिराग पासवान हैं और दूसरे राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी है, जिसके सर्वेसर्वा पशुपति पारस हैं। अब नीतीश कुमार प्रकरण के उपरांत अब यह पार्टी दो गुटों में बंटती हुई नजर आ रही है।

नई दिल्ली। बिहार में इन दिनों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की दुर्गति कुछ ज्यादा ही हो रही है। अब देखिए ना पहले तो जदयू के सर्वेसर्वा नीतीश कुमार ने एनडीए को गच्चा देकर राजद सरकार संग सरकार बना ली और अब खबर आई है कि लोजपा भी एनडीए को तगड़ा झटका देने की तैयारी में जुट चुकी है। दरअसल, लोजपा के तीन सांसदों ने एनडीए को अलविदा कहकर नीतीश कुमार को समर्थन देने का ऐलान किया है। ये तीनों सांसद चंदन सिंह, बीना देवी और महबूब अली केसर जेडीयू को समर्थन देने पर विचार कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो नीतीश कुमार का गुट राजनीतिक मोर्चे पर और संबल होगा।

nitish kumar

ध्यान रहे कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोक जन शक्ति पार्टी दो फाड़ में बंट चुकी है। एक एलजेपी आर है, जिसके सर्वेसर्वा चिराग पासवान हैं और दूसरे राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी है, जिसके सर्वेसर्वा पशुपति पारस हैं। अब नीतीश कुमार प्रकरण के उपरांत अब यह पार्टी दो गुटों में बंटती हुई नजर आ रही है। बता दें कि लोजपा के तीनों ही नेता अभी बिहार में ही हैं। अभी फिलहाल यह किसी से भी संपर्क साधने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि लोजपा के तीनों ही सांसद लीग से हटकर जदयू को समर्थन कर सकते हैं।

इससे पहले जब रामविलास पासवान के निधन के उपरांत लोजपा में जिस तरह सियासी बवाल देखने को मिला था, उसका जिम्मेदार जदयू को ही ठहराया गया था। पशुपति पारस के गुट में महज पांच सांसद हैं। अब ऐसे में जिस तरह से तीन सांसद जदयू को समर्थन देने पर विचार कर रहे हैं, उससे देखते हुए यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि पशुपति पारस गुट आगामी दिनों में कमजोर होगा और इससे भी ज्यादा की बीजेपी की स्थिति इस पूरे मसले पर कैसी रहती है। यह देखने वाली बात होगी।