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Traffic Rule: दिल्ली वासियों पर महंगाई की एक और मार, वाहन चालकों अब इस चीज पर चुकाने होंगे ज्यादा पैसे

Traffic Rule: वर्तमान में इतने देने होते हैं पैसेदेश की राजधानी दिल्ली में फिलहाल कुल 953 पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) जांच केंद्र है जहां पर पेट्रोल, डीजल के साथ ही सीएनजी चलित वाहनों की जांच की जाती है।

नई दिल्ली। अगर आप देश की राजधानी दिल्ली के रहने वाले हैं और आपके घर में दुपहिया या चार पहिया वाहन हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है। दरअसल, परिवहन विभाग पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट के लिए ली जाने वाली जांच शुल्क में बढ़ोतरी कर सकता है। संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने से परिवहन विभाग सर्टिफिकेट के लिए लिए जाने वाले जांच शुल्क को 50% तक बढ़ा सकता है। अगर ऐसा होता है तो दिल्ली के रहने वाले उन लोगों को झटका लगेगा जिनके अपने वाहन हैं।

इतने सालों से नहीं बढ़ा है जांच शुल्क

परिवहन विभाग की तरफ से अगर ये प्रदूषण जांच शुल्क बढ़ाया जाता है तो ये ना सिर्फ दो पहिया वाहन जैसे बाइक स्कूटर या स्कूटी पर लगेगा बल्कि कार समेत दूसरी तरह के वाहनों पर भी लागू होगा। यहां आपको बता दें कि बीते 11 सालों से प्रदूषण जांच शुल्क कि में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। यही वजह है कि अब परिवहन विभाग पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट के लिए ली जाने वाले जांच के शुल्क के बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

वर्तमान में इतने देने होते हैं पैसे

देश की राजधानी दिल्ली में फिलहाल कुल 953 पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) जांच केंद्र है जहां पर पेट्रोल, डीजल के साथ ही सीएनजी चलित वाहनों की जांच की जाती है। दोपहिया वाहनों की जांच के लिए 60 रुपए वसूला जाता है। पेट्रोल की कारों के लिए 80 रुपए का भुगतान करना पड़ता है। तो वहीं, डीजल से चलने वाली गाड़ियों के लिए 100 रुपए देने पड़ते हैं। इन सबके अलावा 18% जीएसटी का भी भुगतान करना पड़ता है।

लोगों पर महंगाई की दोहरी मार

अगर अगले महीने से प्रदूषण जांच केंद्र की ओर से जांच की दर में बढ़ोतरी हो जाती है तो उसे दिल्लीवासियों को दोगुना झटका लगेगा क्योंकि एक तरफ पहले ही महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है। ऐसे में प्रदूषण जांच केंद्रों में लगने वाले फीस शुल्क में बढ़ोतरी लोगों की जेब पर कैंची चलाने का काम करेगी।