
नई दिल्ली। दिल्ली में एक और किडनी रैकेट गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस रैकेट के सरगना समेत 8 लोगों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। ये लोग किडनी ट्रांसप्लांट के 40 लाख रुपए वसूलते थे। इस गिरोह के तार दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात समेत 6 राज्यों में फैले थे। इन 6 राज्यों के 11 अस्पतालों में ये लोग इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे थे। इस बारें में जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के डीसीपी क्राइम अमित गोयल ने बताया कि हमने अंतरराज्यीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें संदीप आर्य इस गिरोह का मुख्य सरगना है। गिरोह में शामिल लोग मरीज और डोनर की पहचान करते थे और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ट्रांसप्लांट करवाते थे।
#WATCH दिल्ली पुलिस DCP(क्राइम) अमित गोयल ने अंतरराज्यीय किडनी रैकेट पर बताया, “हमने अंतरराज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें संदीप आर्य मुख्य सरगना है। ये मरीज और डोनर की पहचान करते थे और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ट्रांसप्लांट करवाते थे। संदीप… pic.twitter.com/yHmDlW5qDf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 19, 2024
सरगना संदीप एक ट्रांसप्लांट के 40 लाख रुपये लेता था। इन 8 लोगों में सबके काम बंटे हुए थे कोई फर्जी दस्तावेज तैयार करता था, कोई डोनर को लाता था। ये मरीज के रिश्तेदार के नाम पर दस्तावेज तैयार करते थे। पुलिस को जो भी दस्तावेज बरामद हुए हैं उनकी जांच की जा रही है। पुलिस को 6 राज्यों में 11 अस्पतालों के बारे में पता चला है जहां ये अपना गोरखधंधा चला रहे थे। डीसीपी ने बताया कि हमने 5 मरीज और 2 डोनर को ट्रैक किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि हमें शिकायत मिली थी कि संदीप आर्य नाम के शख्स ने ट्रांसप्लांट के लिए 35 लाख रुपये लिए थे लेकिन ट्रांसप्लांट नहीं हुआ। इस शिकायत के बाद हमारी टीम सक्रिय हुई और इन सबको धर दबोचा। आपको बता दें कि हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया था जिसके तार बांग्लादेश तक फैले थे। इस मामले में अपोलो अस्पताल की एक महिला डाक्टर और उसके स्टाफ के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।