नई दिल्ली। उड़ीसा में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं अभी कुछ दिनों पहले ही बालासोर मैं हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में 270 से अधिक लोगों की मौत और 12 सौ से अधिक लोग घायल होने केबाद अब नुआपाड़ा जिले में दुर्ग-पुरी एक्सप्रेस के वातानुकूलित डिब्बे में आग लग गई। आग लगने का पता तब चला जब ट्रेन खरियार स्टेशन पहुंची। आग बी-3 कोच में लगी थी। बोगी में सवार यात्री घबरा गए। चीख-पुकार मच गई। ट्रेन को रोककर आग बुझाई गई और यात्रियों को दिलासा दी गई।रेलवे अधिकारियों की मानें तो इस घटना में किसी यात्री के हताहत होने की कोई जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है।
Odisha | Brake pads of the AC coach of Puri-Durg Express caught fire near Khariar Road in Nuapada district due to certain glitches in the brake shoe on June 8.
“In B3 coach of 18426 at Khariar Road station arrival at 22.07 hrs (10:07 pm). The brakes were not released after ACP…
— ANI (@ANI) June 9, 2023
बारे में अधिक जानकारी देते हुए रेलवे की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘घर्षण और ब्रेक के अधूरे रिलीज के कारण ब्रेक पैड में आग लग गई। आग ब्रेक पैड तक ही सीमित थी। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ। एक घंटे से भी कम समय में समस्या को ठीक कर लिया गया और ट्रेन रात 11 बजे स्टेशन से रवाना हो सकी है। आपको बता दें कि इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
Fire spotted in an air-conditioned coach of Durg Puri Express on Thursday night in Odisha’s #Nuapada district, no casualties reported
CNN-News18’s @kaidensharmaa brings in more details #Odisha | @KuheenaSharma pic.twitter.com/ccAknqzjuM
— News18 (@CNNnews18) June 9, 2023
वहीं अगर बात करें हादसे के पीछे की वजहों की, तो रेलवे की ओर से जो बयान जारी किया गया है उसमें यह बताया गया है कि 18426 के बी 3 कोच खरियार रोड स्टेशन पर रात को 10 बजकर 7 पहुंचे। एसीपी (अलार्म चेन पुलिंग) के बाद ब्रेक नहीं लग पाए। ट्रेन के अधूरे ब्रेक रिलीज के कारण ब्रेक पैड में आग लग गई। कोच के अंदर कोई आग नहीं पहुंची। इस दौरान सिर्फ देख पेड़ पर आग लगी थी जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा डर गया अगर कहीं और आग लगी होती तो बड़ा मुश्किल होता है उसको संभालना। बता दें कि यात्रियों के डरने के पीछे की वजह बालासोर हादसा भी माना जा रहा है क्योंकि उस हादसे के बाद से रेलवे में यात्रा करने वाले ज्यादातर यात्री सचेत हो गए हैं।