नई दिल्ली। भष्ट्राचार के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर अब सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। सीबीआई 14 अप्रैल बुधवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूछताछ करेगी। इसके लिए अनिल देशमुख समन भेजा गया है। बता दें कि इससे पहले इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर सीबीआई जांच का निर्देश दिया था। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं बीते रविवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अनिल देशमुख के दो निजी सहायकों से रिश्वतखोरी और कार्यालय के दुरुपयोग के आरोपों के संबंध में पूछताछ शुरू की थी। इसको लेकर सीबीआई के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया था कि एजेंसी मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए कथित आरोपों के बारे में देशमुख के दोनों पीए पलांडे और कुंदन से पूछताछ की।
सीबीआई ने सिंह, वाजे से दो बार और एसीपी संजय पाटिल और डीसीपी राजू भुजबल से पूछताछ की है। सीबीआई ने दो अन्य लोगों का भी बयान दर्ज किया। सीबीआई ने इस मामले में मंगलवार रात को प्राथमिकी दर्ज की थी। मामले की जांच के लिए मंगलवार और बुधवार को एसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व वाली सीबीआई की दो टीमें मुंबई पहुंची।
CBI has summoned former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh on 14th April, in connection with alleged corruption case: CBI official pic.twitter.com/aVKjBOMZAx
— ANI (@ANI) April 12, 2021
आपको बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद महाराष्ट्र सरकार के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को सीबीआई को देशमुख के खिलाफ प्रारंभिक जांच करने का निर्देश दिया था। आदेश पारित होने के तुरंत बाद, देशमुख अपने पद से हट गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली राज्य सरकार और देशमुख की याचिका को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के आवास के बाहर मिली विस्फोटक लदी एसयूवी का मामला संभालने के बाद एनआईए ने 13 मार्च को वाजे को गिरफ्तार किया। बिजनेसमैन मनसुख हिरेन की रहस्यमयी मौत की भी जांच की जा रही है।