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‘Mann Ki Baat’ 121st Episode : कर्नाटक के सेब, किन्नौर का केसर, एक पेड़ मां के नाम, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम समेत कई बातों का पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में किया जिक्र

‘Mann Ki Baat’ 121st Episode : मोदी बोले, आमतौर पर हम समझते हैं कि सेब की पैदावार पहाड़ों पर ही होती है, लेकिन कर्नाटक के बागलकोट में रहने वाले शैल तेली ने मैदानी इलाकों में सेब उगाए हैं। उनके कुलाली गांव में 35 डिग्री से ज्यादा तापमान में भी सेब के पेड़ फल देने लगे हैं।

नई दिल्ली। मन की बात के 121वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के सेब, एक पेड़ मां के नाम अभियान, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम, चंपारण सत्याग्रह समेत तमाम बातों का जिक्र किया। मोदी ने कहा, जहां चाह, वहां राह। जब हम कुछ नया करने की ठान लेते हैं, तो मंजिल भी ज़रूर मिलती है। आपने पहाड़ों पर उगने वाले सेब तो खूब खाए होंगे। लेकिन अगर मैं आपसे पूछूं कि क्या आपने कर्नाटक के सेब का स्वाद चखा है तो आप हैरान हो जाएंगे। आमतौर पर हम समझते हैं कि सेब की पैदावार पहाड़ों पर ही होती है, लेकिन कर्नाटक के बागलकोट में रहने वाले शैल तेली ने मैदानी इलाकों में सेब उगाए हैं। उनके कुलाली गांव में 35 डिग्री से ज्यादा तापमान में भी सेब के पेड़ फल देने लगे हैं। मोदी ने यह भी बताया कि सेब के लिए मशहूर किन्नौर में अब केसर का उत्पादन भी होने लगा है।

मोदी ने आगे कहा कि10 मई को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वर्षगांठ भी मनाई जाएगी। स्वतंत्रता की उस पहली लड़ाई में जो चिंगारी भड़की थी, वह बाद में लाखों सेनानियों के लिए प्रकाश स्तंभ बन गई। अभी 26 अप्रैल को ही हमने 1857 की क्रांति के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की स्मृति मनाई। बिहार के ये महान सेनानी पूरे देश को प्रेरणा देते हैं। बस कुछ ही दिनों में मई का महीना शुरू हो जाएगा, अप्रैल और मई के महीनों में देश में आजादी की अभूतपूर्व लड़ाई लड़ी जा रही थी। अंग्रेजों का अत्याचार चरम पर था। गरीबों, वंचितों और किसानों का शोषण अमानवीय हदों को पार कर गया था। बिहार की उपजाऊ जमीन पर अंग्रेज किसानों को नील की खेती करने के लिए मजबूर कर रहे थे।

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का जिक्र करते हुए  प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उस मां को समर्पित है जिसने हमें जन्म दिया और धरती मां को भी समर्पित है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस अभियान को एक वर्ष पूरा हो जाएगा। इस एक वर्ष में देशभर में 1.4 बिलियन से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। भारत की पहल को देखते हुए विदेशों में भी लोगों ने अपनी माताओं के नाम पर पेड़ लगाए हैं। पीएम ने सभी से इस अभियान में जुड़ने का आह्वान किया।