चंडीगढ़। खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। पंजाब पुलिस से जानकारी मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमृतपाल के दो बॉडीगार्ड के हथियार लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। दोनों ने जम्मू-कश्मीर से हथियार के लाइसेंस लिए थे। एक बॉडीगार्ड को गिरफ्तार भी किया गया है। एबीपी न्यूज के मुताबिक पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 9 बॉडीगार्ड की पहचान की थी। ये हमेशा हथियार लेकर खालिस्तान समर्थक के साथ रहते हैं। इनके हथियारों के लाइसेंस की जानकारी जुटाई गई। इसमें पता चला कि वीरेंद्र सिंह और तलविंदर सिंह के हथियार लाइसेंस जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और रामबन से जारी हुए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने लाइसेंस रद्द करने के बारे में लिखा था।
न्यूज चैनल के मुताबिक वीरेंद्र सिंह 19वीं सिख रेजिमेंट से रिटायर्ड जवान है। वहीं, तलविंदर सिंह पंजाब पुलिस की 23वीं आर्म्ड में सिपाही रहा है। वीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार भी किया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमृतपाल सिंह और उसके तमाम करीबियों पर पंजाब पुलिस अपनी कार्रवाई तेज कर सकती है। अमृतपाल सिंह पहले दुबई में रहता था। वो करीब 6 महीने पहले ही पंजाब लौटा था। बीते दिनों अपने करीबी लवप्रीत सिंह को जेल से रिहा कराने के लिए अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने पंजाब के अजनाला थाने पर कब्जा भी कर लिया था। जिसके बाद पुलिस ने लवप्रीत सिंह को रिहा करा दिया था। बाद में इस पूरे घटनाक्रम की जांच की बात पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कही थी।
अमृतपाल सिंह ने अजनाला की घटना के बाद मीडिया को जमकर इंटरव्यू दिए थे। इन इंटरव्यू में अमृतपाल सिंह ने खालिस्तान की मांग उठाई थी। उसका कहना था कि अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठ रही है, तो खालिस्तान बनाने की मांग भी गलत नहीं है। अमृतपाल सिंह ने धमकी के अंदाज में ये भी कहा था कि लोगों ने अब तक हिंसा देखी कहां है। उसने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का हश्र इंदिरा गांधी जैसा होने की भी बात कही थी। इसके अलावा भी उसने तमाम भड़काऊ बयान दिए थे। अब सबकी नजर इस पर है कि अपने बॉडीगार्ड पर कार्रवाई के बाद अमृतपाल सिंह का अगला कदम क्या होता है।