
नई दिल्ली। किसी का विरोध करना या किसी का समर्थन करना। किसी भी व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता का हिस्सा होता है, लेकिन अफसोस बीते कुछ दिनों की घटनाक्रमों को देखकर लग रहा है कि लोगों से उनकी यह स्वतंत्रता छीनी जा रही है। शुरुआत सबसे पहले राजस्थान के उदयपुर से होती है, जहां बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर दर्जी कन्हैयालाल की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी जाती है। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले में शामिल दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस दर्दनाक घटना से लोग रोष में हैं। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। उधर, उदयपुर की घटना को लेकर लोगों का रोष थमा भी नहीं था कि अभी महाराष्ट्र के अमरावती से दिल दहला देने वाली घटना सामने आ गई। दरअसल, यहां भी एक केमिस्ट दुकानदार उमेश कोल्हे की नूपुर शर्मा का समर्थन करने की वजह से निर्मम हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों की सारी हेकड़ी निकालते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आइए, जरा आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
आपको बता दें कि अमरावती के सीपी डॉ आरती सिंह ने मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि हत्या में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी-भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरती ने कहा कि जल्द ही पुलिस उस मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लेगी। हालांकि, कुछ लोग इस पूरे मामले को दावत ए इस्लामी से भी जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन सीपी आरती ने इस संदर्भ में कहा कि अभी तक इस पूरे मामले में कोई भी अंतिम टिप्पणी कर पाना उचित नहीं है, क्योंकि अभी तक ऐसा कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। सीपी आरती के मुताबिक, मुख्य साजिशकर्ता के हत्थे चढ़ने के बाद ही कुछ कह पाना मुनासिब रहेगा।
पुलिस के मुताबिक, केमिस्ट संचालक ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट साझा किया था, जिसके बाद इस पोस्ट को विभिन्न वाट्सएप ग्रुप में साझा कर दिया गया था, लेकिन गलती से इस पोस्ट को एक ऐसे ग्रुप में साझा कर दिया गया, जिसमें कथित तौर पर कुछ मुस्लिम सदस्य शामिल थे, जिसके बाद दुकानदार की हत्या का प्लान बनाया गया। फिलहाल, यह पुलिस की त्वरित कार्रवाई का ही परिणाम है कि अब तक इस मामले में शामिल 6 हत्थे चढ़ चुके हैं। अब ऐसे में आगे चलकर इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।