
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वक्फ संशोधन बिल के संसद से पास होते ही एक बड़ा फैसला किया है। उन्होंने सभी जिलों के डीएम को निर्देश जारी किया है कि वो अपने-अपने जिलों में अभियान चलाकर ऐसी सभी संपत्तियों का पता लगाएं जिनको वक्फ बोर्ड ने नियम विरुद्ध वक्फ संपत्ति घोषित कर रखा है। सभी प्रकार की वक्फ संपत्तियां जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं हैं उनकी पहचान करें ताकि वक्फ बोर्ड से ऐसी जमीनों को वापस लेने की कार्रवाई शुरू की जा सके। प्रदेश में ग्राम समाज की बहुत सी जमीन के अलावा तालाब, खलिहान की जमीन को भी वक्फ ने अपनी संपत्ति घोषित कर रखा है।
एक दिन पहले गुरुवार को ही योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में एक कार्यक्रम के दौरान भी वक्फ बोर्ड को निशाने पर लिया था। योगी ने कहा था कि वक्फ वाले महाकुंभ मेले की जमीन पर भी अपना दावा कर रहे थे। क्या वक्फ बोर्ड भू-माफिया हो गया है? इसके साथ ही उन्होंने सख्त लहजे में एक बार फिर यह संदेश दिया कि अब यूपी में माफियागिरी नहीं चलेगी। योगी ने कहा कि वक्फ के मनमाने दावे अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। वक्फ द्वारा अवैध रूप से उसकी संपत्ति घोषित की गई हर जमीन को मुक्त कराकर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही योगी ने वक्फ संशोधन बिल लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार भी जताया था। योगी ने कहा कि राष्ट्र हित हमेशा सर्वोपरि होना चाहिए। यूपी सीएम ने वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाली कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों को भी निशाने पर लिया था। योगी ने कहा था कि अपने वोट बैंक के लालच में यह दल वक्फ में संशोधन का विरोध कर रहे हैं। बता दें कि संसद के दोनों सदनों से पास होने के बाद अब वक्फ संशोधन बिल को राष्ट्रपति के समक्ष भेजा जाएगा।