लखनऊ। असदुद्दीन ओवैसी ने अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की टेंशन बढ़ाने का कदम उठाया है। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अखिलेश यादव के सामने एक प्रस्ताव रखा है और उसे न मानने पर सबक सिखाने की चेतावनी भी दी है। एबीपी न्यूज के मुताबिक एआईएमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान साहेब ने कहा है कि अगर अखिलेश यादव सही मायने में बीजेपी से मुकाबला करना और उसे केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने से रोकना चाहते हैं, तो यूपी में विपक्षी वोटों का बिखराव रोकें। ओवैसी की पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि उनके नेता अभी के दौर में मुस्लिमों के इकलौते नेता हैं। हर लोकसभा सीट पर उनका बड़ा वोट बैंक है। फरहान ने ये भी कहा कि ओवैसी ही बीजेपी से लड़ रहे हैं। ऐसे में वो चाहते हैं कि एआईएमआईएम को अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन में शामिल करें और 5 सीटें छोड़ दें।
Watch | अखिलेश यादव को ओवैसी की पार्टी का अल्टीमेटम, ‘लोकसभा चुनाव में नहीं चाहिए 5 से कम सीट’@moinallahabad | @romanaisarkhan | https://t.co/p8nVQWYei7#AIMIM #LoksabhaElections2024 #AkhileshYadav pic.twitter.com/oxstbelGLu
— ABP News (@ABPNews) February 29, 2024
एआईएमआईएम प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह पांडवों ने पांच गांव मांगे, उसी तरह असदुद्दीन ओवैसी भी अखिलेश यादव से 5 लोकसभा सीट चाहते हैं। अगर अखिलेश यादव इसके लिए राजी न हुए, तो उनको सबक सिखाया जाएगा। इसके लिए फिर ओवैसी हैदराबाद के अलावा यूपी की भी एक लोकसभा सीट पर लड़ेंगे और इसके अलावा यूपी की मुस्लिम बहुल 25 दूसरी सीटों पर भी अपनी एआईएमआईएम के प्रत्याशी उतारेंगे। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी कई बार अखिलेश यादव पर निशाना साधते रहे हैं। यूपी के चुनावों में वो अपनी पार्टी के उम्मीदवार भी लड़ाते रहे हैं। अब अखिलेश के लिए उनकी पार्टी ने शर्त और सबक सिखाने की बात कहकर नई मुश्किल पैदा करने का काम किया है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी पहले भी अखिलेश यादव को गठबंधन करने के लिए कहती रही है, लेकिन कभी भी समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम का गठबंधन नहीं हुआ। समाजवादी पार्टी के नेता ओवैसी पर निशाना जरूर साधते रहे हैं। अखिलेश यादव ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 17 सीटें कांग्रेस को पहले ही दे दी हैं। अब देखना है कि ओवैसी की पार्टी के प्रस्ताव पर उनका रुख क्या रहता है।