
नई दिल्ली। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर के बगल में बनी शाही ईदगाह मस्जिद के अमीन से सर्वे का आदेश शनिवार को सीनियर डिविजन सिविल जज ने दिया था। इस आदेश के आने के बाद एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए। ओवैसी ने फौरन ट्वीट कर अपनी नाराजगी जता दी। जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उनको फटकार लगाने में देर नहीं की। ओवैसी को यूजर्स ने आईना दिखाते हुए कहा कि वो जगह किस तरह श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर की ही है। यूजर्स ने ओवैसी को क्या कहा, ये बाद में आपको बताते हैं, लेकिन पहले जानिए ओवैसी का गुस्सा किस कदर भड़का और उन्होंने संघ परिवार पर किस तरह मथुरा कोर्ट के आदेश के बहाने निशाना साधा।
ओवैसी ने ट्वीट में लिखा, ‘बाबरी मस्जिद के फैसले के बाद मैंने कहा भी था कि ये संघ परिवार की शरारतों को बढ़ावा देगा। अब मथुरा के कोर्ट ने शाही ईदगाह परिसर के भीतर सबूतों की जांच के लिए कमिश्नर नियुक्त किया है। ये सबकुछ प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट के बाद भी हुआ। ऐसा तब भी हुआ, जब मस्जिद और मंदिर में विवाद को हल करने के लिए लिखित समझौता तक हुआ है।’ ओवैसी ने ये भी लिखा कि जबकि एक पक्ष मुसलमानों को लगातार निशाना बनाने में रुचि रखता हो, तो कृपया लेने और देने का प्रचार न करें।
After Babri Masjid judgement, I’d said that it’ll embolden Sangh Parivar’s mischiefs. Now, Mathura Court has also appointed a commissioner to examine evidence inside Shahi Idgah complex. This is despite Places of Worship Act prohibiting such litigation 1/2 pic.twitter.com/htlR59YDTk
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2022
ओवैसी के इसी गुस्से पर सोशल मीडिया यूजर्स ने किस तरह पलटकर जवाब दिया, ये अब आपको बताते हैं। सचिन नाम के यूजर ने लिखा कि मासिरी-ए-आलमगीरी में लिखा है कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मंदिर को ध्वस्त कर मस्जिद बनाई गई थी। वहीं, मीम नाम से यूजर ने लिखा कि कोर्ट ने सही आदेश दिया है। उन्नी नाम के यूजर ने लिखा कि हम 5000 कब्जा किए गए मंदिर नहीं, तीन मुख्य मंदिर मांग रहे हैं। वहीं, ब्यूटी ऑफ सेक्युलरिज्म यूजर ने लिखा कि मंदिर की जगह मस्जिद बनाना हराम है। यूजर्स ने और क्या कमेंट किए, ये आप ऊपर असदुद्दीन ओवैसी की ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में जाकर देख सकते हैं।