नई दिल्ली। देश में मुस्लिमों की आबादी के मसले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन यानी एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और केंद्र में अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी के बीच ट्विटर पर जंग हुई। दरअसल, ओवैसी ने मुस्लिमों की संख्या को लेकर ट्वीट किया था। इस ट्वीट में ओवैसी ने एक ऐसी बात कही थी, जो स्मृति ईरानी ने बतौर मंत्री बोली ही नहीं। इसी पर स्मृति ईरानी ने ओवैसी से अपनी बात चेक करने को कहा। फिर भी असदुद्दीन ओवैसी नहीं माने और तर्क देने लगे कि आंकड़ों के हिसाब से उन्होंने मुस्लिम जनसंख्या के मसले पर सही बात कही।
Sir kindly check the report you have used in the image ; it does not use the phrase ‘won’t exceed ‘ . I’m sure you don’t want to mislead.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 21, 2023
हुआ ये कि केंद्र सरकार ने संसद में टीएमसी सांसद माला रॉय के एक सवाल के जवाब में मुस्लिम आबादी के आंकड़े रखे थे। इसमें स्मृति के मंत्रालय की तरफ से बताया गया ता कि 2023 में देश में मुस्लिम आबादी 19.7 करोड़ रहने का अनुमान है। ये खबर अखबारों में छपी थी। इसी खबर को शेयर करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा था कि बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा है कि मुस्लिमों की जनसंख्या 20 करोड़ से ज्यादा नहीं होगी, लेकिन संघियों को लगता है कि कुछ साल मे भारत मुस्लिम बहुल हो जाएगा। इस दुष्प्रचार से मुस्लिमों को राक्षस जैसा दिखाया जाता है। ओवैसी ने लिखा कि अगर वे बुनियादी गणित न समझें, तो उम्मीद है कि वे मोदी सरकार पर तो भरोसा कर सकते हैं।
ओवैसी के इस ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने उनसे कहा कि जो रिपोर्ट आपने शेयर की है, उसे चेक कर लीजिए। इसमें ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आबादी ज्यादा नहीं होगी। मुझे यकीन है कि आप गुमराह नहीं करना चाहेंगे। स्मृति ईरानी की तरफ से ओवैसी पर इस पलटवार के बाद भी एआईएमआईएम सांसद अपनी बात से नहीं हटे। उन्होंने फिर ट्वीट कर लिखा कि आपके जल्द जवाब देने का धन्यवाद। आपकी रिपोर्ट कहती है कि 2023 में मुस्लिम आबादी 19.7 करोड़ है। इसका साफ मतलब है कि ये 20 करोड़ से ज्यादा नहीं हुई है। गणित वही रहता है। ओवैसी ने स्मृति के लिए लिखा कि यकीन है कि आप सिर्फ शब्द के अर्थ पर विवाद नहीं करना चाहेंगी।