
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के आदेश के बाद धार स्थित भोजशाला का आज एएसआई टीम ने सर्वे शुरू कर दिया। दिल्ली और भोपाल से आई एएसआई सर्वे टीम ने सबसे पहले सुबह भोजशाला भवन का निरीक्षण किया। इसके बाद मजदूरों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद प्रवेश दिया गया। खुदाई के लिए उपयोगी सामग्री भी लाई गई है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर धार भोजशाला के आसपास जगह-जगह पर भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इतना ही नहीं सीसीटीवी कैमरों से भी पुलिस निगरानी कर रही है।
#WATCH | Delhi: On the beginning of ASI’s survey of the Bhojshala complex in Madhya Pradesh, Hindu side advocate Vishnu Shankar Jain says, “Today, in compliance with the judgement of Indore High Court to conduct the archaeological survey, ASI has started its survey. Supreme… pic.twitter.com/yYB8mQHJ41
— ANI (@ANI) March 22, 2024
आज मुस्लिमों के पवित्र रमजान माह का दूसरा शुक्रवार है। इस कारण विशेष एहतियात भी बरती जा रही है। धार एसपी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा। नमाज प्रभावित नहीं होगी। जुमे की नमाज के लिए लोगों को भोजशाला में प्रवेश दिया जाएगा। सर्वे टीम पहले चरण में दोपहर 12 बजे तक काम करेगी। जुमे की नमाज के लिए काम रोका जाएगा। उसके बाद फिर से सर्वे शुरू होगा।
एएसआई की टीम के साथ एएसपी, एडीएम, एसडीएम और सीएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद हैं। इसके अलावा 175 से अधिक पुलिस जवान भोजशाला परिसर के आसपास तैनात किए गए हैं। शहर के हाई राइज भवनों पर भी पुलिस तैनात है। शहर के 25 चौराहों पर पुलिस का फिक्स प्वाइंट बनाया गया है। चार पुलिस मोबाइल टीम भी लगातार भ्रमण कर रही हैं। जगह-जगह लगाए गए 60 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। भोजशाला को लेकर हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने एक मई 2022 को इंदौर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। भोजशाला पर हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष के लोग दावा करते हैं। हिंदू संगठनों के मुताबिक, धार स्थित कमाल मौलाना मस्जिद दरअसल मां सरस्वती मंदिर भोजशाला है, जिसे सन 1034 में राजा भोज ने संस्कृत की पढ़ाई के लिए बनवाया था। बाद में यहां के मुस्लिम शासक ने इसे मस्जिद में परिवर्तित कर दिया था।