नई दिल्ली। बाबा बागेश्वर उर्फ धीरेंद्र शास्त्री अपने बेबाक अंदाज से सुर्खियों में रहते हैं। बीते काफी महीने पहले चमत्कार से अपने भक्तों को ठीक करने को लेकर उन पर सवाल उठे थे। अंधविश्वास के खिलाफ आवाज उठाने वाली संस्था ने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ शिकायत करते हुए खुली चुनौती भी दी थी लेकिन धीरेंद्र शास्त्री ने सभी बातों का मुंहतोड़ जवाब दिया था। अब हाल ही में एक चैनल को दिए इंटरव्यू में धीरेंद्र शास्त्री फूट-फूटकर रोए और उन्होंने अपने बचपन से जुड़े किस्सो को शेयर किया। तो चलिए जानते हैं कि उन्होंने क्या-क्या कहा।
टीवी का था बहुत शौक
टाइम्स नाउ नवभारत को दिए इंटरव्यू में धीरेंद्र शास्त्री ने अपने जीवन से जुड़े किस्सों को शेयर किया। उन्होंने बताया कि मुझे बचपन से ही टीवी देखना का शौक था और उस समय बिजली की उतनी सुविधा नहीं होती थी और टीवी भी बहुत कम घरों में होता था। हमारे पड़ोस में टीवी आया और हम रोज वहां जाकर टीवी देखते थे लेकिन एक दिन उन्होंने हमें टीवी देखने से मना कर दिया और घर के बाहर जाने को कहा। हम रोते-रोते घर पहुंचे और मां ने रोने का कारण पूछा,लेकिन हम बिना बताए पास के नाले के पास जाकर बैठ गए। हमने प्रण लिया कि टीवी देखेंगे तभी जब वो हमारा होगा। ये किस्सा सुनाते-सुनाते धीरेंद्र शास्त्री की आंखें नम हो गई।
छोटी सी उम्र में किया काम
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे बताया कि टीवी खरीदने के लिए हमने काम करना शुरू किया।हम दूसरों के घर पुरोहित के तौर पर जाते थे। वहां भी लोग हमसे टीवी देखने को कहते थे लेकिन हम नहीं देखते थे। हमने अपनी मेहनत के बल पर एक साल के अंदर ही टीवी खरीद डाला और जिस दिन हम टीवी लेकर आए, उस दिन पड़ोसी का टीवी खराब हो गया। धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि जब उन्होंने टीवी खरीदा था, तब उनकी उम्र 9 से 10 साल थी।