
नई दिल्ली। दक्षिण के राज्य कर्नाटक में कांग्रेस ने जो मेनिफेस्टो चुनाव से पहले जारी किया था, उसमें तमाम ऐसे वादे किए गए थे जिन पर अब सरकार ने काम शुरू कर दिया है। इन्हीं में से एक था आरएसएस और बजरंग दल जैसे संगठनों पर बैन लगाने का मुद्दा। लेकिन सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की सरकार फिलहाल बजरंग दल पर बैन लगाने के मूड में नहीं है।
सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है कि सिद्धारमैया सरकार बजरंग दल पर फिलहाल प्रतिबंध नहीं लगाएगी। सूत्रों ने कहा कि घोषणापत्र में पीएफआई और बजरंग दल का जिक्र उदाहरण के तौर पर किया गया था। सूत्रों के मुताबिक सरकार सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर बड़ी कार्रवाई करने के मूड में है। लेकिन अभी बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने तमाम वादे किए थे जिनमें से एक वादा ये भी था कि कर्नाटक में सत्ता में आने पर वो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी। पार्टी ने मैनिफेस्टो में लिखा, ”हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र है। ऐसे में कोई शख्स, बजरंग दल या पीएफआई जैसे संगठन नफरत और शुत्रता फैलाते हैं तो तो हम बड़ा एक्शन लेने से बिल्कुल भी नहीं चूकेंगे। कोई भी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करेगा चाहे वह बहुसंख्यक दल हो या फिर अल्पसंख्यकों का दल हो हम उस पर कार्रवाई अवश्य करेंगे।