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Video: फिर से लगी अतीक-अशरफ को गोली, माफिया ब्रदर्स पर सरेआम हुई फायरिंग, और फिर…!

इस बीच मौके पर पुलिसबलों की मौजूद, मेडिकल टीम, फॉरेंसिक टीम सहित अन्य लोग मौजूद थे। इसी बीच माफिया अतीक और अशरफ के डमी को जमीन पर लैटाया गया और उस दृश्य को भी दोहराया गया, जब तीनों आरोपियों ने अतीक और अशरफ पर अंधाधुंध फायरिंग की थी।

अतीक और अशरफ की हत्या का न्यायिक आयोग ने रिक्रिएशन कराया था।

नई दिल्ली। अगर हम आपसे कहें कि माफिया बर्दस अतीक और अशरफ को एक बार फिर से पत्रकारों के भेष में आए आरोपियों ने सरेआम पुलिस की मौजूदगी में मौत के घाट उतार दिया, तो यकीनन आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी और आप कहेंगे कि भला ये कैसे मुमकिन है? अतीक-अशरफ को तो बीते 15 अप्रैल को ही मौत के घाट उतार दिया गया था, तो भला अब उन्हें दोबारा से कैसे मारा जा सकता है। दरअसल, प्रयागराज स्थित जिस काल्विन अस्पताल के बाहर दो माफिया बर्दस को पत्रकारों के भेष में आए तीन बंदूकधारी युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग कर मौत के घाट उतारा था, आज उसी जगह पर पुलिस ने पूरे क्राइम को रिक्रएट किया और यह जानने की कोशिश की कि आखिर कैसे तीनों आरोपियों ने दो माफियाओं का पलक झपकते ही काम तमाम कर दिया और मौके पर मौजूद पुलिस को तनिक भी खबर नहीं लगी।

बता दें कि इस बीच मौके पर पुलिसबलों की मौजूद, मेडिकल टीम, फॉरेंसिक टीम सहित अन्य लोग मौजूद थे। इसी बीच माफिया अतीक और अशरफ के डमी को जमीन पर लैटाया गया और उस दृश्य को भी दोहराया गया, जब तीनों आरोपियों ने अतीक और अशरफ पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि महज 20 सेकेंड के अंदर दो माफिया ब्रदर्स का काम तमाम कर दिया गया था। इस बीच बीस राउंड गोलियां चली थीं। जिसमें एक सिपाही भी जख्मी हो गया था। उधऱ, पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इन तीनों आरोपियों ने किसके इशारे पर माफिया ब्रदर्स का काम तमाम किया था।

murder of atiq ahmed

ध्यान रहे कि गत 15 अप्रैल को प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर पत्रकारों के भेष में आए तीन बूंदकधारी युवकों ने माफिया ब्रदर्स पर अंधाधुंध फायरिंग की जिसकी जद में आकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पुलिस अभिरक्षा में दो माफिया ब्रदर्स की हत्या के बाद विपक्ष सीएम योगी के खिलाफ एक्शन मोड में आ चुका है। उधर, सरकार की तरफ से मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है, जिसे मामले की जांच के लिए दो माह का समय दिया गया है। इसी कड़ी में आज प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर पूरी घटना रिएक्रएशन किया गया। अब आने वाले दिनों में इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।