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Atiq Ahmed: शिकन, मायूसी और डर के साथ साबरमती जेल से बाहर आया अतीक अहमद, सामने आया पहला वीडियो

Atiq Ahmed: हालांकि, उसे किस रूट से उत्तर प्रदेश लेकर जाएगी, इस बारे में किसी के पास कोई जानकारी नहीं है। लेकिन, बताया जा रहा है कि वो तमाम रूट निर्धारित कर लिए गए हैं, जहां से उसे लेकर उत्तर प्रदेश लेकर जाया जाएगा। पुलिस ने इस बारे में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के खूंखार माफियाओं में से एक अतीक अहमद के बुरे दिन शुरू हो चुके हैं। आज यूपी पुलिस 2006 के एक मामले में उसे अदालत में पेश करने के लिए गुजरात के साबरमती जेल लेने पहुंची। भारी सुरक्षा के बीच माफिया को प्रयागराज लाया जाएगा। बता दें कि उन तमाम रूट को निर्धारित कर लिया गया है, जहां से उसे लाया जाएगा। यूपी पुलिस की तरफ से 45 जवानों को गुजरात भेजा गया। बता दें कि भारतीय दंड संहिता की सारी धाराएं अतीक के खिलाफ लगाई जा चुकी हैं। शायद ही ऐसी कोई धारा हो, जो उसके खिलाफ नहीं लगाई गई हो। यूपी पुलिस उसे लेकर प्रयागराज रवाना हो चुकी है। सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं।

हालांकि, उसे किस रूट से उत्तर प्रदेश लेकर जाया जाएगा, इस बारे में किसी के पास कोई जानकारी नहीं है। लेकिन, बताया जा रहा है कि वो तमाम रूट निर्धारित कर लिए गए हैं, जहां से उसे उत्तर प्रदेश ले जाया जाएगा। वहीं पुलिस ने इस बारे में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी है। उधर, जिस कैदी वाहन में अतीक बैठा हुआ है, उसके ड्राइवर भी बदले जा रहे हैं, जहां तक अभी जानकारी सामने आई है, उसे सड़क मार्ग से यूपी ले जाया जा रहा है। वहीं, साबरमती जेल से बाहर आने के क्रम में अतीक के चेहरे पर मायूसी देखी गई है।

उधर, खबर है कि जल्द ही अतीक के भाई को भी प्रयागराज जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। बता दें कि बीते दिनों अतीक ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर  यूपी जेल में नहीं जाने की इच्छा जाहिर की थी। माफिया ने कहा था कि वह गुजरात में सुरक्षित है। वो प्रयागराज के नैनी जेल में नहीं आना चाहता है। यहां उसे सीएम योगी का खौफ सता रहा है। ध्यान रहे कि ये वही नैनी जेल है, जहां पहले कभी उसकी तूती बोला करती थी। ऐसे में सीएम योगी के प्रति उसके दिल में घर कर चुके डरा का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। विदित हो कि इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अतीक की गाड़ी पलटने की संभावना जताई थी। जिस पर यूपी डीजीपी ने जवाब देकर कहा कि हमारी गाड़ी नहीं पलटती है, बल्कि अपराधी पलट जाते हैं। वहीं, उन्होंने एनकाउंटर पर कहा कि अगर अपराधी हमारे ऊपर हथियार उठाता है,  तो हमारी यह संस्कृति नहीं है कि हम खामोश रहे।