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Atique-Ahmed: अतीक-अशरफ के हत्यारों को जान का खतरा, अब पुलिस को उठाना पड़ा ऐसा कदम

Atique-Ahmed: तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, लेकिन अब पुलिस ने तीनों की पुलिस रिमांड मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। उधर, इस मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग के अलावा संयुक्त जांच दल का गठन किया गया है।

नई दिल्ली। अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों आरोपियों की जान पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीनों ही आरोपियों को भी मौत के घाट उतारा जा सकता है, जिसे ध्यान में रखते हुए तीनों आरोपियों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बीच तीनों आरोपियों के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। हर गतिविधियों पर पुलिस की नजर है। बता दें कि अतीक अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों आरोपियों का नाम सनी, लवलेश और अरूण है। सबसे पहले गोली सनी ने चलाई थी। 16 राउंड फायरिंग करने के बाद तीनों ने पुलिस को सरेंडर कर दिया था। तीनों ही अतीक और अशरफ पर तब तक गोलियां चलाते रहे, जब तक कि दोनों माफियाओं की मौत सुनिश्चित नहीं हो गई।

बता दें कि तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, लेकिन अब पुलिस ने तीनों की पुलिस रिमांड मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। उधर, इस मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग के अलावा संयुक्त जांच दल का गठन किया गया है। जिसे इस मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। उधर, दो माह के भीतर आयोग को मामले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपने के लिए कहा गया है। वहीं, अगर तीनों आरोपियों के बारे में बात करें, तो सभी का शुरू से ही आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। अपराधों से तीनों का पुराना नाता रहा है।

अब ऐसे में जांच संपन्न होने के बाद आगामी दिनों में आरोपियों के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी । बता दें कि प्रयागराज स्थित काल्विन अस्पताल के बाहर मेडिकल चेकअप के दौरान अतीक अहमद की तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद तीनों ने पुलिस को सरेंडर कर दिया था और इसके बाद धार्मिक नारे भी लगाए थे, जिसे लेकर अब विपक्षी दल योगी सरकार पर हमलावर हो चुके हैं।