नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य में हुई हिंसा की जांच करने के लिए बंगाल दौरे पर गई राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम पर हमला बोला गया। बता दें कि यह जांच कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद हो रही है। वहीं जब मानवाधिकार की टीम बंगाल के दौरे पर पहुंची तो उसे चुनावी हिंसा का खौफनाक मंजर देखने को मिला। इस जांच में कई राज सामने आ रहे हैं। वहीं अराजतक तत्वों के हौसले इतने बुलंद दिखे कि, कुछ लोगों ने NHRC की टीम पर भी धावा बोल दिया। इस टीम में शामिल एनएचआरसी के एक अधिकारी ने कहा कि, जांच के दौरान जानकारी मिली कि, यहां 40 से ज्यादा घर तहस-नहस हो गए हैं। गुंडों ने हम पर भी हमला कर दिया। उधर, NHRC के सदस्य आतिफ रशीद के साथ भी बदसलूकी की गई। पूरी घटना को लेकर आतिफ रशीद ने सिलसिलेवार ट्वीट भी किए हैं। इसमें कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं के टूटे घरों को दिखाया गया है।
West Bengal: National Human Rights Commission (NHRC) team that visited Jadavpur to investigate post-poll violence was attacked.
“During probe, it has been found that more than 40 houses have been destroyed here. We are being attacked by goons,” says an NHRC official. pic.twitter.com/iTUcBIZ2GU
— ANI (@ANI) June 29, 2021
आतिफ रशीद ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि, “इस वीडियो को देखिये कैसे वेस्ट बंगाल के जाधवपुर में दंगाई CISF के जवानों के साथ भी मार पीट कर रहें हैँ मुझ तक पहुँचने के लिए CISF के जवानों की मौजूदगी में इनकी इतनी हिम्मत है तो आम आदमी जिसका क़ुसूर सिर्फ इतना था की उसने apni मर्ज़ी से वोट किया तो उसका क्या हाल कर रखा होगा !”
इस वीडियो को देखिये कैसे वेस्ट बंगाल के जाधवपुर में दंगाई CISF के जवानों के साथ भी मार पीट कर रहें हैँ मुझ तक पहुँचने के लिए CISF के जवानों की मौजूदगी में इनकी इतनी हिम्मत है तो आम आदमी जिसका क़ुसूर सिर्फ इतना था की उसने apni मर्ज़ी से वोट किया तो उसका क्या हाल कर रखा होगा ! pic.twitter.com/9zvnHLMSCe
— Atif Rasheed (@AtifBjp) June 29, 2021
दरअसल आयोग के अध्यक्ष ने यह समिति कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित की थी। कोर्ट ने चुनावी बाद हुई हिंसा में मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों की जांच के लिए इसका गठन किया था। इसको लेकर अधिकारी ने जानकारी दी कि मंगलवार को समिति इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल राज्य मानवाधिकार आयोग कार्यालय, साल्ट लेक में शिकायतें प्राप्त करेगी। समिति के सदस्यों ने साल्ट लेक में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्टाफ ऑफिसर मेस में सोमवार तक पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें ली।