
नई दिल्ली। अन्य चुनावी सूबों के साथ राजस्थान में भी बीजेपी ने बाजी मारते हुए वर्षों से चली आ रही सियासी रवायत को बरकरार रखा। प्रदेश की 199 सीटों में से बीजेपी ने जहां 155 सीटों पर जीत का पताका फहराया, तो वहीं कांग्रेस ने 69 और अन्य दलों ने 15 सीटों पर जीत का दुर्ग स्थापित किया। वहीं, चुनाव परिणाम आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हम इस जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। बता दें कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अशोक गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन अब सूबे की सियासी गलियारों में एक सवाल लगातार लोगों के जेहन में आ रहा है कि आखिर अब बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाएगी ? तो आइए जरा इस रिपोर्ट में इसके बारे में भी विस्तार से जान लेते हैं।
चर्चा में हैं कई नाम
आपको बता दें कि राजस्थान में सीएम पद को लेकर कई नाम रेस में हैं, जिसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, अशोक गहलोत, दीया कुमारी और बाबा बालकनाथ का नाम शुमार है। हालांकि, अब अशोक गहलोत के नाम पर चर्चा तो निरर्थक साबित होगी, क्योंकि कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना रना पड़ा है, लेकिन शेष नाम को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है, जिसमें सर्वाधिक चर्चा बाबा बालकनाथ को लेकर हो रही है। ट्विटर पर उनका नाम सुबह से ही ट्रेंड कर रहा है। इस बीच उनके साथ सदन में एक ऐसा वाकया हो गया जिसे लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। आखिर क्या है वो वाकया? आइए, आगे आपको बताते हैं।
#WATCH | Winter Session of Parliament | Congress leader and LoP in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury and BJP MP Yogi Balaknath share a light moment in the Parliament premises as Adhir Ranjan Chowdhury says “Rajasthan ke naye CM ban rahe hai naa…” pic.twitter.com/G8B0TIH1xw
— ANI (@ANI) December 4, 2023
जानिए पूरा वाकया
दरअसल, आज (4 दिसंबर) से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होने पहुंचे, तो यकायक उनका सामना बाबा बालकनाथ से हो गया, तो उन्होंने बाबा बालकनाथ से सहज ही पूछ लिया कि क्यों मुख्यमंत्री बन रहे हैं ना आप.. तो इस पर बाबा बालकनाथ मुस्कुरा दिए। बता दें कि इस पूरे वाकये का वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर चर्चा में है। अब आगामी दिनों में बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर क्या कुछ फैसला लेती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि आज सुबह से ही वसुंधरा राजे के नाम को लेकर भी चर्चा चरम पर है। लेकिन, पार्टी के कुछ सूत्रों का दावा है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना है। पार्टी इस बार किसी जमीनी नेता पर दांव आजमा सकती है। ऐसे में बाबा बालकनाथ को अगर सीएम पद की बागडोर सौंप दी जाती है, तो किसी को हतप्रभ होने की आवश्यकता नहीं है। उधर, वसुंधरा राजे के आवास पर भी नेताओं के जमघट लगने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बहरहाल , अब आगामी दिनों में सूबे की सियासी स्थिति क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।