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Assam: ‘मुसलमानों को सताने..’,बाल विवाह के खिलाफ CM हिमंता ने लिया एक्शन, तो बदरुद्दीन अजमल को लगी मिर्ची

Assam Child Marriage: सबसे पहले आपको आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल के बारे में बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के इस कदम का विरोध किया है। कहा कि ऐसा करके सरकार मुसलमानों को परेशान करने की कोशिश कर रही है।

नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने बीते दिनों कैबिनेट में एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव के तहत बाल विवाह करने वाले पुरुषों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान किया गया था। अब इसे लागू करने की दिशा में बिस्वा सरकार अपने कदम आगे बढ़ा चुकी है। बता दें कि अब तक बाल विवाह करने वाले चार हजार पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और दो हजार से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कार्रवाई का सिलसिला जारी है, लेकिन सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई से विपक्षियों को मिर्ची लग रही है। विपक्षी दलों के नेता सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। आलोचना कर रहे हैं और सरकार से ऐसा नहीं करने की अपील कर रहे हैं। आइए, आगे जानते हैं कि प्रदेश सरकार के इस कदम से विपक्षियों के बीच क्या माहौल है।

सबसे पहले आपको आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल के बारे में बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के इस कदम का विरोध किया है। कहा कि ऐसा करके सरकार मुसलमानों को परेशान करने की कोशिश कर रही है। वैसे भी सरकार कोई ना कोई मुद्दा ढूंढती रहती है कि कैसे लोगों को परेशान किया जाए। अब कुछ ऐसी तरकीब प्रदेश सरकार ने लोगों को परेशान करने के लिए ढूंढा है। उन्होंने सीएम हिमंता पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुत दिन हो गए। मुसलमानों को परेशान नहीं किया, तो चलिए क्यों ना मुस्लिमों को परेशान करने के लिए कुछ किया जाए। वो जैसे ही नींद से उठते हैं, वैसे ही मुस्लिमों को परेशान करने की तरकीब ढूंढने लग जाते हैं। अभी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। अजमल ने आगे कहा कि बाल विवाह के मालमे में सर्वाधिक मुस्लिम युवा होंगे, हिमंता उनकी गिरफ्तारी करवाएंगे और उन्हें परेशान करने की तरकीब ढूढेंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम इन लोगों को जानते हैं कि ये कैसे हैं। ये मुस्लिम विरोधी हैं। दिन रात सिर्फ और सिर्फ मुस्लिमों को परेशान करने की तरकीब ढूंढते रहते हैं।

muslim women

सांसद अजमल ने आगे कहा कि मैं खुद बाल विवाह का विरोधी रहा हूं। मैं खुद चाहता हूं कि हमारे समाज से अतिशीघ्र इस कुप्रथा का विनाश हो। लेकिन सीएम हिमंता को कोई भी कदम उठाने से पहले अभियान छेड़ना चाहिए था। लोगों को जागरुक करने की दिशा में काम करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ मुस्लिमों को परेशान करने का मन बना लिया। आपको बता दें कि सीएम हिमंता ने बाल विवाह के विरुद्ध कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बाल विवाह करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। जिसे लेकर प्रदेश में राजनीतिक भूचाल जारी है। ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।