
नई दिल्ली। हरियाणा के सिरसा जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। हरियाणा सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक 8 अगस्त रात 23:59 बजे तक इन सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा। सिरसा के डेरा जगमालवाली में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील का बीती 1 अगस्त को निधन हो गया था। डेरा प्रमुख के निधन के बाद से 2 पक्षों के बीच गद्दी को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। डेरा प्रमुख की रस्म पगड़ी कल यानी गुरुवार को है, ऐसे में विवाद के मद्देनजर एहतियात के तौर पर हरियाणा सरकार ने मोबाइल फोन के इंटरनेट और एक साथ कई एसएमएस भेजने पर रोक लगा दी है।
Haryana: In response to the Gaddi dispute at Dera Jagmalwali, Sirsa, the district administration has imposed a shutdown of internet services starting today at 5:00 pm until approximately 12:00 pm tomorrow.
Anurag Rastogi, Additional Chief Secretary of Haryana Government, issued… pic.twitter.com/CbtRAfwu6v
— IANS (@ians_india) August 7, 2024
सरकारी आदेश में कहा गया है कि सिरसा जिले में तनाव, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा क्षेत्र में अशांति फैलाने के उद्देश्य से गड़बड़ी किए जाने की आशंका है। मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस के जरिए भड़काऊ सामग्री और झूठी अफवाहों का प्रसार बहुत तेजी से होता है इसलिए कल रात 12 बजे तक इन सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील के निधन के बाद डेरे के मुख्य सेवक और सूफी गायक महात्मा बीरेंद्र सिंह ने वसीयत के आधार पर खुद को डेरा जगमालवाली का नया प्रमुख घोषित किया है।

जबकि डेरामुखी के भतीजे अमर सिंह वसीयत और डेरा प्रमुख की मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। इसी बात को लेकर महात्मा बीरेंद्र सिंह और अमर सिंह आमने-सामने हैं। अमर सिंह ने दावा किया है कि डेरा प्रमुख की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में 11 दिन पहले 21 जुलाई को ही हो गई थी। जबकि बीरेंद्र सिंह और उनके साथियों ने गद्दी हथियाने के चक्कर में उनकी मौत की बात को छुपाए रखा। अमर सिंह ने कहा कि मेरे पास सबूत हैं और हम इस मामले में हाईकोर्ट में अपील करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने डेरा प्रमुख की मौत की सीबीआई जांच की भी मांग उठाई है।
Mobile internet and bulk SMS services are temporarily suspended in Sirsa district till 8th August, 23:59 hrs: Government of Haryana
“…There is an apprehension of causing tension, annoyance, agitation, damage of public & private property and disturbance of public peace &… pic.twitter.com/mcLdb0b1UC
— ANI (@ANI) August 7, 2024