नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है। माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की मदद करने वाले अधिकारियों पर गाज गिरी है। यूपी के बांदा, नैनी और बरेली के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया हैं। तीनों पर लापरवाही बरतने के आरोप में और अतीक अहमद के भाई अशरफ की मदद के चलते ये कार्रवाई हुई है। इसी क्रम में बरेली जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला सस्पेंड किए गए हैं। बता दें कि माफिया अतीक का भाई अशरफ को VIP सुविधा देने के आरोप के चलते राजीव शुक्ला को निलंबित किया गया है। अशरफ बरेली जेल में बंद है। इससे पहले मामले में जेल अधीक्षक से पहले जेलर और डिप्टी जेलर भी गाज गिर चुकी है।
इसके अलावा बांदा जेल के अधीक्षक अविनाश गौतम और प्रयागराज नैनी जेल के अधीक्षक शशिकांत सिंह को भी सस्पेंड किया गया है। इन जेल अधिकारियों पर माफिया के भाई की मदद करने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। डीजी जेल एसएन साबत ने ये एक्शन लिया है। आपको बता दें कि माफिया के मददगारों के खिलाफ योगी का प्रहार जारी है। इससे पहले योगी सरकार अतीक अहमद के मददगारों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर वाली कार्रवाई कर चुकी है।
गौरतलब है कि उमेश पाल अपहरण केस में प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था। कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद समेत 3 अभियुक्तों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जबकि अतीक अहमद के भाई अशरफ समेत 7 को बरी किया था।
#FirstOnTNNavbharat: अतीक के भाई की मदद करने वाले अधिकारी पर गिरी गाज, बरेली जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला सस्पेंड
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— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) April 4, 2023
बता दें कि बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को गोली मारकर कर दी गई थी। अतीक अहमद के शूटरों ने सरेआम उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षा में तैनात को गोली मार दी थी। वहीं उमेश की हत्या से पहले बरेली सेंट्रल जेल में अशरफ से मिलने कुछ लोग आए थे। वहीं उमेश पाल की हत्या की साजिश बरेली से की गई थी। वॉट्सऐप कॉल के जरिए अशरफ ने इस हत्या को अंजाम दिया था।