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Bharat Ratna Award: मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को मिलेगा भारत रत्न

Bharat Ratna Award: राष्ट्रपति भवन की ओर से भी इस संदर्भ में बयान जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि भारत सरकार को यह बताते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है कि देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को दिया जा रहा है। कर्पूरी ठाकुर पिछड़ों के बड़े नेता माने जाते हैं।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान किया है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न पुरस्कार दिए जाने की मांग कई वर्षों से उठ रही है, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इस दिशा में कोई भी ध्यान नहीं दिया। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को जेडीयू नेता केसी त्याग ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के अलावा उनके नाम पर विश्वविद्यालय खोलने की भी मांग की थी।


केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर उन्हें यह पुरस्कार देने का ऐलान किया है। कर्पूरी ठाकुर ने अपने राजनीतिक करियर में शुरू से ही पिछड़ों के हित में अपनी आवाज बुलंद की थी, जिसके चलते राजनीति में पिछले के मसीहा के रूप में पहचान मिली थी। बता दें कि आमतौर पर केंद्र सरकार की ओर से गणतंत्र दिवस से पूर्व किसी गणमान्य को भारत रत्न दिया जाता है। वहीं, इस बार केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने के लिए कर्पूरी ठाकुर के नाम पर मुहर लगाई है । वो भी ऐसे वक्त में जब इस साल लोकसभा के चुनाव होने हैं, तो बहुत मुमकिन है कि अपने इस दांव से बीजेपी बिहार की जनता को रिझाने का प्रयास करें।

उधर, राष्ट्रपति भवन की ओर से भी इस संदर्भ में बयान जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि भारत सरकार को यह बताते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है कि देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को दिया जा रहा है। कर्पूरी ठाकुर पिछड़ों के बड़े नेता माने जाते हैं।


मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने सामाजिक न्याय के प्रतीक महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है और वह भी ऐसे समय में जब हम उनकी जन्मशती मना रहे हैं। यह प्रतिष्ठित सम्मान हाशिये पर पड़े लोगों के लिए एक चैंपियन और समानता और सशक्तिकरण के समर्थक के रूप में उनके स्थायी प्रयासों का एक प्रमाण है। दलितों के उत्थान के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता और उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने पर एक अमिट छाप छोड़ी है। यह पुरस्कार न केवल उनके उल्लेखनीय योगदान का सम्मान करता है बल्कि हमें एक अधिक न्यायपूर्ण और न्यायसंगत समाज बनाने के उनके मिशन को जारी रखने के लिए भी प्रेरित करता है।