नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद पूरे पश्चिम बंगाल में जनता का आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच, टीएमसी से राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी इसका ऐलान किया।
ममता बनर्जी पर लगाए आरोप
जवाहर सरकार ने अपने इस्तीफे के पत्र में लिखा कि उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस गंभीर घटना पर त्वरित और कठोर कार्रवाई करेंगी। उन्होंने कहा, “आपसे उम्मीद थी कि आप पुरानी ममता बनर्जी की तरह सख्त कदम उठाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आपने समय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया और जब तक आपने कोई निर्णय लिया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
जवाहर सरकार ने इस घटना से राज्य में हो रही अस्थिरता और जनाक्रोश पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में दोषी डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ समय रहते कड़ी कार्रवाई की जाती, तो राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिसकी वजह से कोलकाता और पूरे पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन बढ़ते गए।
कौन हैं जवाहर सरकार?
जवाहर सरकार पहले आईएएस थे। उनको गांधी परिवार का करीबी माना जाता रहा है। हालांकि, वो टीएमसी में चले गए थे और ममता बनर्जी ने जवाहर सरकार को राज्यसभा का सांसद बनाया था। इसके बाद से ही वो राजनीति में काफी एक्टिव रहे हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर भी उठाए सवाल
जवाहर सरकार ने अपने इस्तीफे का एक बड़ा कारण टीएमसी के कुछ नेताओं के भ्रष्टाचार को भी बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं का भ्रष्टाचार में शामिल होना और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न किया जाना, उन्हें बहुत खल रहा था। उन्होंने इस पर स्पष्ट रूप से कहा कि टीएमसी के अंदर कुछ नेताओं का दंबग रवैया और सरकार का उनके खिलाफ सख्त कदम न उठाना राज्य में बिगड़ती स्थिति का मुख्य कारण है। उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट चिकित्सकों और प्रशासनिक अधिकारियों पर समय रहते कार्रवाई की गई होती, तो आज राज्य में हालात इतने बिगड़ते नहीं।”
‘एक्स’ पर इस्तीफे का ऐलान
जवाहर सरकार ने अपने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “मैं राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर अस्पताल में हुए भयावह दुष्कर्म-हत्या के बाद उत्पन्न स्वाभाविक जन आंदोलन को ठीक से नहीं संभाला। मैं राजनीति छोड़कर लोगों के साथ न्याय की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ा रहूंगा। मेरे मूल्य पहले जैसे ही बने हुए हैं।”
I am quitting as MP primarily because of WB government’s faulty handling of the most spontaneous public movement following the terrible rape-murder case at RG Kar Hospital.
Quitting politics— to be with the people in their struggle for justice.
My commitment to values unchanged pic.twitter.com/V98R06ziny— Jawhar Sircar (@jawharsircar) September 8, 2024
नहीं थम रहा जनता का आक्रोश और विरोध प्रदर्शन
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना ने पूरे पश्चिम बंगाल को हिलाकर रख दिया है। जनता का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिल रहा है, खासकर कोलकाता में हो रहे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से।